हमीरपुर, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हमीरपुर जिले में कानपुर-बांदा रेलवे लाइन पर शुक्रवार काे कार्यदायी संस्था की बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्टेशन के प्लेटफार्म के बीच पटरियों के बीच लकड़ी का गुटका रखा देखकर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।जिससे बाद ट्रेन चला रहे लाेेकाे पायलट व यात्रियों ने राहत की सांस ली।
मामले की सूचना स्टेशन प्रबंधक ने आरपीएफ समेत उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पाते ही उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार कानपुर से मानिकपुर जाने वाली मेमू ट्रेन हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-तीन पर पहुंचने ही वाली थी, तभी लोको पायलट की पटरियों व प्लेटफार्म की दीवाल के बीच लगे लकड़ी के मोटे गुटके पर नजर पड़ी। लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी थी।
लोको पायलट की सूझबूझ से ट्रेन पलटने से बच गई। लोको पायलट ने वाँकी टाँकी के जरिए स्टेशन प्रबंधक को इसकी जानकारी दी। रेलवे कर्मियों ने आनन फानन लकड़ी के गुटकों को हटाया। रेलवे के अभियंता उपेन्द कुमार ने बताया कि कार्यदायी संस्था के कर्मियों ने बड़ी लापरवाही की है। रेलवे लाइन पर दोहरीकरण का कार्य केपीटीएल कंपनी करा रही है। कंपनी प्लेटफार्म में कार्य कराने के लिए पटरियों व प्लेटफार्म की दीवाल के बीच लकड़ी के मोटे गुटके लगा रखे थे। कार्य कराने के बाद कंपनी के कर्मचारी इन्हें हटाना भूल गए।
रेलवे के अभियंता उपेन्द्र कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच डिपार्टमेंट के अफसरों व इंजीनियरों ने शुरू कर दी है। यहां दोहरीकरण के कार्य कराने वाली केपीटीएल कंपनी के कर्मियों की लापरवाही है। इस मामले की जांच के बाद कार्यदायी केपीटीएल कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा