CRIME

दुष्कर्म का महिला आयोग ने लिया संज्ञान, आरोपित गिरफ्तार

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल रायपुर क्षेत्र में मैजिक में दुष्कर्म पीड़िता से अस्पताल में भेंट करती।

देहरादून, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जनपद के रायपुर क्षेत्र में एक युवती के साथ जंगल में दुष्कर्म की घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। पुलिस ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। राज्य महिला आयोग दुष्कर्म की घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से जांच करने के निर्देश दिए है।

महिला आयोग के अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दुष्कर्म पीड़िता (उम्र 19 वर्ष) और उसके परिजनों से मिलकर बात की और पीड़िता का उपचार कर रहे चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता का स्वास्थ्य ठीक है और मेडिकल कर लिया गया है।

महिला आयोग अध्यक्ष ने एसएसपी देहरादून अजय सिंह से फोन पर वार्ता करते हुए घटना की पूरी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सभी सीसीटीवी फुटेज की छानबीन करने और मामले में जल्द से जल्द पीड़िता के 164 के मजिस्ट्रियल बयान दर्ज कराने को कहा। उन्होंने कहा कि घटना की जांच में दोषी पाए जाने वाले के आरोपी के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना की जांच की जा रही है। इस दौरान कोरनेशन अस्तपाल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ वीएस चौहान, चिकित्सक नीलम जंगपांगी व अन्य उपस्थित रहे।

पुलिस के अनुसार आरोपित रायपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी अभिषेक टाटा मैजिक चलाता है। उसकी रायपुर क्षेत्र की एक युवती से पिछले साल से जान-पहचान थी। दोनों के बीच अकसर फोन पर भी बातचीत होती थी। गुरुवार को अभिषेक उक्त युवती को घुमाने के लिए अपने मैजिक वाहन से किद्दूवाला के पास जंगल में ले गया। आरोप है कि वहां अभिषेक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। दूसरी तरफ, युवती के घर नहीं पहुंचने पर उसके स्वजन उसे दोपहर से तलाश रहे थे और रायपुर थाने में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करा दी थी।

पुलिस का कहना है कि समस्त घटनाक्रम में अभियुक्त अभिषेक व अन्य दो नामजद अभियुक्तों के कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन का परीक्षण व सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया। स्वतंत्र साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध दो नामजद अभियुक्तों की घटनास्थल पर मौजूदगी नहीं पाई गयी है।

जांच के लिए टीमें गठित

पुलिस अभियोग की गहनता से विवेचना के लिए अलग-अलग टीम गठित करते हुए दो महिला उपनिरीक्षकों को नियुक्त किया है। अभियोग की विवेचना में तकनीकी सहायता के लिये एसओजी से पुलिस कर्मियों को नियुक्त कर आवश्यक निर्देश दिये हैं। साथ ही सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन व घटना से संबंधित समस्त गवाहों से साक्ष्य संकलन के लिए अलग से चार तकनीकी टीमों का गठन किया गया है।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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