रायबरेली,04अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अमेठी जिले में हुए सामूहिक हत्याकांड के बाद मृतकों के शव उनके गांव पहुंचे।शुक्रवार को जब अपनों के शव परिजनों ने देखा, चीत्कार कर उठे।यह देखकर वहां मौजूद हर आंख में आंसू आ गए। हर कोई पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाता दिखाई दिया।अंतिम संस्कार बड़े भाई के मुम्बई से आने पर ही किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे में गदागंज थाना के सुदामापुर निवासी शिक्षक सुनील कुमार (35) पुत्र रामगोपाल अपनी पत्नी पूनम भारती (30), छह साल की बेटी सृष्टि, दो साल की बेटी समीक्षा की गोली मारकर हत्या के बाद पूरा गांव सदमे में है। रात से ही कई थानों की पुलिस गांव पहुंच गई। वहीं सुबह से ही अफसरों का मजमा लग गया।जैसे ही सभी के शव पैतृक गांव गदागंज के सुदामापुर पहुंचे तो पिता रामगोपाल माता राजवती तथा अन्य परिवारकी जन आदि दहाड़े मारकर रोने लगी तथा आसपास के लोग के भी आंखों में आंसू नहीं थम रहे थे। मृतक का बड़ा भाई सोनू मुंबई में रहकर दैनिक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। उसके घर पहुंचने के बाद सभी शवो का अंतिम संस्कार किया जाएगा।वहीं घटना के मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए अमेठी, रायबरेली पुलिस के साथ ही एसटीएफ ने भी धरपकड़ तेज कर दिया है। मुख्य रूप से छेड़खानी करने वाले चंदन पर सबकी निगाहें लगी हुई है। रात में ही उसके गिरफ्तारी की सुगबुगाहट होने लगी। हालांकि अभी तक किसी भी अफसर ने इसे स्वीकार नहीं किया है। एडीशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि एसटीएफ मामले की जांच कर रही है।
सांसद राहुल गांधी ने सुनील के पिता रामगोपाल से बात की और उन्हें सांत्वना देते हुए कड़ी कार्यवाही करवाने का आश्वासन भी दिया।पिता रामगोपाल ने बताया कि सुनील 15 दिन पहले पत्नी व बच्चों के साथ गांव आया था। वह यह कहकर गया था कि अब दिवाली में आऊंगा। दिवाली की खुशियों के पहले गमों का ऐसा पहाड़ टूटने से सुनील के परिजनों के साथ ही पूरा गांव गमगीन हो गया।
(Udaipur Kiran) / रजनीश पांडे