पटना, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या (एनएच-77) पर शुक्रवार को बाढ़ पीड़ितों ने टायर जलाकर मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। आक्रोशित लोगों का कहना था कि हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। इसलिए सड़क पर जिंदगी काट रहे हैं और जिला प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है।
लोगों का आरोप है कि बाढ़ पीड़ितों को खाना खिलाने से पहले आपदा प्रबंधन और मुजफ्फरपुर ओराई के पदाधिकारी ने अंगूठे का निशान लगवाया। बिना अंगूठा लगाये किसी को खाना तक नहीं दिया गया। इसी बात से लोग गुस्सा हो गये। बिहार में बाढ़ के बीच प्रशासन की बेरुखी से गुस्साए बाढ़ पीड़ितों ने बांस-बल्ली लगाकर बीच सड़क पर टायर जलाया और मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रोड पर जाम लगा दिया। उग्र बाढ़ पीड़ितों ने इस दौरान पुलिस को खदेड़ा और पथराव किया। पुलिस कर्मी वहां से जान बचाकर भागे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया है।
इस दौरान आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों ने सरकार और उनके अधिकारियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि ये लोग सिर्फ फोटो खिंचवाने आते हैं लेकिन मदद नहीं करते। बाढ़ पीड़ितों के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। अधिकारी भी फोटो खींचवाने में मशगूल रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार में करीब 17 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। मुजफ्फरपुर जिले में भी बाढ़ से कई प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित हैं। इसी बीच सरकार के तरफ से दी जाने वाली बाढ़ पीड़ितों को राहत की कोई मुकम्मल व्यवस्था मुजफ्फरपुर में नहीं है, जिसके कारण मुजफ्फरपुर में बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा अचानक फुट पड़ा। मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से औराई, कटरा और गायघाट प्रखंड के तकरीबन दो दर्जन से अधिक पंचायत पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ पीड़ित लोग ऊंचे स्थानों के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर आशियाना बनाए हुए हैं। कई जगहों पर प्रशासन ने जो व्यवस्था की है वो मुकम्मल नहीं है।
हालांकि, दो दिनों में बागमती नदी के जलस्तर में आई कमी के बाद लोगों ने ठीक से राहत की सांस ली भी नहीं थी कि औराई प्रखंड के रामखेतारी पंचायत में लखनदेई नदी का तटबंध टूट गया, जिससे तकरीबन एक दर्जन पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो गये। सीतामढ़ी में बीते दिनों बागमती नदी का तटबंध टूट गया था, जिसके आगोश में मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के कई पंचायत आ गए थे। औराई प्रखंड के लोगों को नदियों के त्रासदी का सामना करना पड़ा है। ऐसे में लोग पिछले कई दिनों से मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एनएच 77 को अपना आशियाना बना रखे हैं।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी