नवादा, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बिहार में नवादा जिले के पकरीबरावां बाजार में फर्जी तौर पर चलाये जा रहे पटना क्लीनिक में जच्चा -बच्चा की मौत के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को कौवाकोल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार सहित दस लोगों को गिरफ्तार कर लिया है ।
पकरीबरामां के थाना अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि बीते दिन थाना क्षेत्र के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की मौत मामले में कार्रवाई की गई है। नर्सिंग होम से पुलिस ने कई कागजात जब्त किया है। इस मामले में पुलिस ने ऑपरेशन करने में शामिल राजकीय अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कौआकोल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार, आदित्य रंजन, हिसुआ की श्वेता कुमारी, बाजितपुर के शशिकांत उर्फ सन्नी कुमार, एम्बुलेंस के ड्राइवर गौतम को गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर, चौकीदार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर क्लीनिक में तोड़फोड़ करने एवं हल्ला हंगामा करने के आरोप में एरुरी के उपेन्द्र मांझी, मुफ्फसिल थाना के सिंघौल के छोटू मांझी एवं कादिरगंज थाना के ओहारी के नागा मांझी, इन्द्र मांझी, राजेन्द्र मांझी को गिरफ्तार किया है। एक पक्ष से मृतका के भाई नागा मांझी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। दूसरे पक्ष से चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सभी लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। इस कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित होने वाले नर्सिंग होम में हड़कंप मच गया है।
मेडिकल ऑफिसर की टीम ने की मामले की जांच
दरअसल, पकरीबरावां प्रखण्ड के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की ऑपरेशन के बाद हुई मौत मामले के बाद पदाधिकारियों ने नर्सिंग होम की जांच की। सूचना मिलते ही एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ महेश चौधरी, सीओ राजेश कुमार एवं थानाध्यक्ष अजय कुमार ने नर्सिंग होम पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर ने मामले की जांच की। टीम में शामिल डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ.अजय कुमार एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामकुमार ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की। जांच के दौरान बात सामने आई कि पटना क्लीनिक में फर्जी चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन आदि किया जाता था। नर्सिंग होम के संचालक बहला- फुसलाकर मरीजो को नर्सिंग होम ले जाते थे। नर्सिंग होम के संचालक मो. जसीम आलम, सुरेंद्र कुमार यादव सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। नर्सिंग होम से जांच टीम को किसी भी प्रकार का वैध कागजात नहीं मिला है। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि इस फर्जी नर्सिंग होम में कौवाकोल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर पंकज कुमार भी इलाज करते थे ।उनकी संलिप्तता पाए जाने पर ही गिरफ्तारी की गई है।
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(Udaipur Kiran) / संजय कुमार सुमन