महोबा 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।पितृ पक्ष के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या पर बुधवार काे श्रद्धालुओं ने गोरखगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाई एवं सभी पितरों को नमन किया। साथ ही विश्व में तेजी से बढ़ रही हिंसा व अशांति पर रोक लगाने के लिए देवी-देवताओं से प्रार्थना की।
गोरखगिरि परिक्रमा कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बुंदेलखंडी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि सर्वपितृ अमावस्या को सभी पितर पृथ्वी पर आते हैं और अपने प्रियजनों को देखते हैं। इसीलिए आज उनको नमन कर दान पुण्य करने का विशेष महत्व है। तीर्थों की परिक्रमा व पूजा पाठ विशेष फलदायी होते है।सर्वपितृ अमावस्या को महालया अमावस्या भी कहते हैं।
गोरखगिरि परिक्रमा शिव तांडव मंदिर से प्रारंभ होकर महावीरन, पठवा के हनुमान जी, कबीर आश्रम, सकरे सन्या, काली माता, शनिदेव, राम कृष्ण, छोटी चंडिका, गोरखेश्वर महादेव, नागौरिया, बालाजी हनुमान व काल भैरव मंदिर होते हुए वापस शिवतांडव पर संपन्न हुई। परिक्रमा में भक्त दिलीप जैन, प्रवीण चौरसिया, अवधेश गुप्ता, प्रहलाद पुरवार, गया प्रसाद, सिद्धे, राम किशन सेन, नीरज पुरवार, अनीस वर्मा,गोमती व कुसमा देवी समेत अन्य श्रद्धालु शामिल रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / Upendra Dwivedi