हरिद्वार, 01 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सीनियर सिटीजन समाज व परिवार के पथ दर्शक है। उन्हें वृद्ध कहना उचित नहीं है। यह विचार पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख रविंद्र कुमार ने वरिष्ठ कल्याण एवं सेवा समिति की ओर से आयोजित मिलन एवं सम्मान समारोह में व्यक्त किया।
शिवालिक नगर स्थित एक सभागार में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीएनबी के मंडल प्रमुख रविंद्र कुमार ने कहा कि समाज में तेजी से परिवर्तन हो रहा है और वरिष्ठजनों को इस परिवर्तन को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने वरिष्ठजनों से कहा कि वर्तमान में डिजिटल अरेस्ट एवं साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। इससे सावधान रहने की जरूरत है। पीएनबी के एलडीएम संजय संत ने कहा कि समाज की प्रथम बैंक मातृशक्ति है। उन्होंने बताया कि हमारे बैंक की जिले में 300 शाखाएं हैं, जो समाज उत्थान के लिए कार्य कर रही है।
विशिष्ट अतिथि शिवालिक नगर पीएनबी के मुख्य प्रबंधक अनिल चौहान ने बैंक की ओर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में बताया। शासकीय अधिवक्ता कुशल पाल सिंह चौहान ने वरिष्ठ नागरिकों को कानून एवं अधिकारों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष ब्रज प्रकाश गुप्ता ने कहा कि भागदौड़ की जिंदगी में बच्चे अपने बुजुर्गों को भूल गए हैं। ऐसी स्थिति में बुजुर्गों को घर में अकेले रहने या वृद्धावस्था में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जो अत्यंत दुखद है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को एकजुट रहकर अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन समिति केसचिव एलएस रावत ने किया। कार्यक्रम में 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर कवि भूदेव शर्मा आदि ने कविता पाठ किया।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला