रेवाड़ी, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कोसली विधानसभा से टिकट ना मिलने से नाराज पूर्व मंत्री बिक्रम यादव ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बिक्रम ठेकेदार ने पत्र के माध्यम से भाजपा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजा है। बिक्रम यादव टिकट कटने से नाराज चल रहे थे इसी कारण से वे पार्टी प्रचार में भी शामिल नही हो रहे थे। टिकट कटने के बाद उन्होंने एक जनसभा बुलाकर पार्टी के नेताओं पर तीखा हमला बोलकर अपनी नाराजगी को जाहिर किया था और चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे। लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल नहीं किया था। बिक्रम ठेकेदार भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके है।
भाजपा अध्यक्ष को भेजे पत्र में बिक्रम यादव ने कहा है कि वो पार्टी की राष्ट्रवादी विचारधारा और आदर्श राजनीति के लिए जुड़े थे। परंतु पार्टी अपने देश प्रथम, दल द्वितीय और व्यक्ति तृतीय के साथ ही कार्यशैली से भटक चुकी है। पार्टी कार्यकर्ता के समर्पण और अनुशासन को कमजोर समझने लगी है। जिस कारण वो भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे रहे है। बिक्रम यादव 2014 में कोसली विधानसभा से भाजपा से विधायक चुने गए थे और प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया था। 2019 के चुनावों में भी वो प्रबल दावेदार थे, लेकिन राव इंद्रजीत के विरोध के चलते उन्हें टिकट नहीं मिला था। अबकी बार भी टिकट ना मिलने से वो नाराज चल रहे थे। कोसली के बेरली में सांसद दीपेंद्र हुड्डा एक जनसभा करेंगे। माना जा रहा है की पूर्व मंत्री सांसद दीपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते है।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला