जयपुर, 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने कहा है कि राज्य के युवा एवं नवमतदाता स्वयं तथा अपने परिवारजनों के साथ-साथ आम नागरिकों को देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सकारात्मक और सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने का काम करेंगे। राजस्थान निर्वाचन विभाग इसके लिए प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों सहित उच्च शिक्षण संस्थानों में सक्रिय ‘कैम्पस एम्बेसडर’ नामित करेगा। विभाग इन शिक्षण परिसरों के साथ ही उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी मतदाता साक्षरता के लिए इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ईएलसी) को सक्रिय कर रहा है।
महाजन ने सोमवार को मतदाता जागरुकता एवं भागीदारी (स्वीप) अभियान के तहत आयोजित वीडियो कांफ्रेंस बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार गठित ईएलसी क्लब को जल्द-से-जल्द और प्रभावी तरीके से सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि जिस संस्थान में ईएलसी का गठन होगा, वहां के विद्यार्थियों को सदस्य बनाकर उनके बीच जागरूकता गतिविधियां शुरू की जाएं। शिक्षण संस्थान के सक्रिय विद्यार्थियों को क्लब की कार्य संचालन समिति में जोड़ा जाए। ईएलसी की गतिविधियों की रूपरेखा का निर्धारण कर इन्हें शिक्षा विभाग तथा शिक्षण संस्थानों के सह-शैक्षणिक गतिविधि कैलंडर में शामिल किया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कैम्पस एम्बेसडर और क्लब में शामिल सदस्यों के माध्यम से लोकतन्त्र में अधिकाधिक नागरिकों की भागीदारी के उद्देश्य को हासिल किया जा सकेगा, क्योंकि ये लोग विभिन्न कार्यकलापों के जरिए नए मतदाताओं के साथ-साथ अपने परिजनों और समाज को इस दिशा में जोड़ सकेंगे। साथ ही, इनको स्वयं देश में लोकतन्त्र को नई दिशा देने वाले युवाओं के रूप में उभरने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कुछ मॉडल क्लब और संस्थान चिन्हित कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए, जो दूसरे संस्थानों तथा क्लब को भी विभिन्न मतदाता तथा नागरिक जागरूकता कार्यक्रमों के संचालन में सहयोग कर सकें।
बैठक में निर्वाचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, प्रदेश के 33 निर्वाचन जिलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, ब्लॉक स्तर पर नियोजित डेडीकेटेड सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और जिला स्वीप कोऑर्डिनेटर के साथ-साथ ईएलसी के जिला नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
विद्यालयों की सैकेंडरी कक्षाओं (कक्षा 9 से 12) और महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों स्तर के शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों को देश की लोकतान्त्रिक प्रणाली की बारे में जानकारी देने और उन्हें सजग नागरिक के रूप में होकर लोकतंत्र का हिस्सा बनने की प्रेरणा देने के लिए इन शैक्षणिक संस्थाओं में ईएलसी गठित होते हैं। इन क्लब की गतिविधियों का संचालन विद्यार्थी ही करते हैं और संस्थान का एक अध्यापक नोडल अधिकारी के रूप में उनका सहयोग करता है। असल में इन क्लब का उद्देश्य ऐसे युवा और ऊर्जावान नागरिकों के समूह तैयार करना है, जो भावी मतदाताओं, नए मतदाताओं, आम नागरिकों और शिक्षण संस्थाओं की लोकतंत्र में भागीदारी को अधिक मजबूत बनाने का काम करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / रोहित