Haryana

रोम की संस्कृति में पले-बढ़े ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ नहीं बर्दाश्त कर पा रहे राम मंदिर: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ पंचकूला में जनसभा काे संबाेधित करते हुए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ की जनसभा में उमड़ी भीड़

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हरियाणा में की चुनावी जनसभाएं

रोम की संस्कृति मानने वाले राम की संस्कृति का कर रहे अपमान

यूपी के दुर्दांत माफिया से थी कांग्रेस की व्यावसायिक पार्टनरशिप थी

चंडीगढ़, 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम व रोम की संस्कृति में बड़ा अंतर है। पांच साै वर्ष का इंतजार समाप्त हुआ और 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल से भगवान श्रीरामलला अयोध्या धाम में विराजमान हो गए। इस पर घडिय़ालू आंसू बहा रही बदनसीब कांग्रेस को इससे भी नफरत है। राम की संस्कृति में पला-बढ़ा व्यक्ति प्रभु श्रीराम की मर्यादा का पालन करते हुए 500 वर्ष तक निरंतर लड़ता रहा। रोम की संस्कृति में पले-बढ़े बदनसीब ‘एक्सीडेंटल हिंदु’ इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। एक्सीडेंटल हिंदु देश और जनता के प्रति कभी ईमानदार नहीं हो सकते। राम भारत के प्रतीक हैं। जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साेमवार काे हरियाणा में चार जनसभा की। उन्होंने बवानी खेड़ा से कपूर वाल्मीकि, हांसी से विनोद भयाना, नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु, सफीदों से रामकुमार गौतम व पंचकूला से ज्ञानचंद गुप्ता, कालका से शक्तिरानी शर्मा को जिताने की अपील की।

राहुल गांधी के बयान पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन पर नाच गाना चल रहा था। दरअसल उनका खानदान ही जिंदगी भर नाच गाना करता रहा। हिंदुओं का अपमान, सनातन संस्कृति को कोसना और भारत के बाहर संवैधानिक संस्थाओं को खड़ा करके कांग्रेसी अपनी योग्यता पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं। वर्ष 1526 में राम मंदिर तोड़कर गुलामी का ढांचा खड़ा कर दिया गया था। मुगल-अंग्रेज नहीं चाहते थे कि हिंदू धर्म-संस्कृति का नामोनिशान रहे, लेकिन आजाद भारत की पहली सरकार जिन बदनसीबों के हाथ लगी, उन्होंने भी भारत को गौरव के साथ खड़ा नहीं होने दिया। 2014 में नरेंद्र मोदी पीएम बने। 2017 में यूपी में भाजपा सरकार बनी। डबल इंजन सरकार जब डबल स्पीड से चलने लगी तो महज दो वर्ष के अंदर पांच सौ वर्ष की समस्या का समाधान हो गया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यहां के लोग जानते हैं कि कांग्रेस वाले आएंगे तो देश के साथ गद्दारी करेंगे। विकास के नाम पर केवल अपने घर को भरते रहे। कांग्रेसियों ने गरीब कल्याण का भी कोई कार्य नहीं किया, जबकि हरियाणा में डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में खूब विकास हुआ। कांग्रेसी कहते थे कि देश के संसाधन पर पहला अधिकार मुसलमान का है, जबकि मोदी जी कहते हैं कि देश के संसाधन पर पहला हक गरीब, कमजोर-वंचित, दलितों, पिछड़ों का है। कोरोना में भाजपा का कार्यकर्ता पीएम मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आह्वान पर ‘सेवा ही संगठन’ मंत्र के साथ कार्य कर रहा था, लेकिन उस वक्त राहुल गांधी कहां थे। संकट के समय उन्हें भारत नहीं, इटली में नानी याद आती हैं।

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में साढ़े सात साल से दंगाई जेल में हैं या जहन्नुम चले गए। यूपी में अब नो कफ्र्यू, नो दंगा है, क्योंकि वहां सब चंगा है। कांग्रेस ने यूपी के दुर्दांत माफिया को शरण दिया था। उसके साथ उनकी व्यावसायिक पार्टनरशिप थी। खनन, पशु, वन, भूमाफिया कांग्रेस के शागिर्द थे, इसलिए कांग्रेस को सत्ता से दूर रखना चाहिए।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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