जोधपुर, 30 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मैकेनिकल इंजीनियर ने साल भर में ऑनलाइन एप और गेमिंग वेबसाइट्स को 60 लाख रुपये का चूना लगा दिया। ठग ऑनलाइन सामान मंगवाता और उसे लौटा देता। रिफंड आने के बावजूद बार-बार कंपनी को फोन कर दोबारा रिफंड करवा लेता। इसके लिए उसने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के अकाउंट तीस प्रतिशत कमीशन पर उधार ले रखे थे। पुलिस ऑपरेशन फायरवाल के तहत इसे गिरफ्तार किया। मामला जोधपुर के फलोदी थाने का है।
फलोदी एसपी पूजा अवाना ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के मामले में मदरुपाणियों की ढाणिया फतेहसागर लोहावट निवासी विकास विश्नोई को गिरफ्तार किया है। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। एसपी पूजा अवाना ने बताया कि 28 सितंबर की रात पुलिस थाना बाप एसएचओ मनोज कुमार को चेकपोस्ट पर एक संदिग्ध स्कॉर्पियो नजर आई। रुकवा कर पूछताछ की और तलाशी ली तो उसमेंं 9 मोबाइल फोन, 39 मोबाइल सिम, 4 पासबुक, 10 एटीएम कार्ड, 6 आधार कार्ड और लाखों रुपए के ट्रांजेक्शन के हिसाब-किताब की डायरियां और अन्य सामग्री मिली। इस पर युवक को थाने लाकर पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि आरोपित ऑनलाइन शॉपिंग और गेमिंग एप से ऑनलाइन फ्रॉड करता है। अब तक आरोपित करीब 60 लाख रुपये की ठगी कर चुका है।
अब तक की पूछताछ में सामने आया कि आरोपित विकास गेमिंग कंपनियों से गेम जीतने के बाद जो रुपये मिलते थे उन्हें वापस रिफंड करवा लेता था। कंपनियों को अपने खाते में पैसे नहीं आने का बोलकर रिक्वेस्ट भेजता था। जब कंपनी वापस पैसे डालती तो उन्हें अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था। इसका पता चलने पर कंपनी की और से इसकी आईडी ब्लॉक कर दी जाती थी। इस पर वापस नए नंबर से रिक्वेस्ट शुरू कर देता था। ठीक इसी तरह विकास ऑनलाइन शॉपिंग ऐप से भी ठगी करता वह सामान मंगवा कर दोबारा लौटा देता और रिफंड आ जाने के बावजूद फिर से रिफंड की रिक्वेस्ट डालता। ऐसे में कंपनी को उसे रिफंड देना पड़ता।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपित विकास बिश्नोई ने हमीरपुर की एनआईटी से एक साल पहले मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद आरोपित जॉब करने के बजाय ठगी के काम में जुट गया। इसके लिए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों और गेमिंग एप का सहारा लिया और इसके माध्यम से पूरा फ्रॉड का काम कर रहा था। इसी के चलते गेमिंग कंपनियों और शॉपिंग कंपनियों की ओर से भी शिकायत पुलिस में की गई थी।
ठगी करने के लिए आरोपित अपने रिश्तेदारों और जान पहचान के लोगों के खाते काम में लेता था और इन खातों पर 30 प्रतिशत कमीशन भी देता था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के कब्जे से स्कॉर्पियो गाड़ी और बैंक पासबुक, एटीएम और हिसाब किताब की डायरियां बरामद की है। आरोपित से पूछताछ में और भी बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
(Udaipur Kiran) / सतीश