जींद, 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । निपुण हरियाणा मिशन के तहत नई शिक्षण पद्धति से बाल वाटिका से पांचवी कक्षा के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु कक्षा कक्ष मे सही ढंग से कार्य करवाया जा रहा है या नहीं इस पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय मे जिला स्तरीय डीपीआईयू बैठक का आयोजन सोमवार को किया गया। जिसमें गहन चिंतन मंथन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी डा. सुभाष चंद्र ने करते हुए बताया कि जिला स्तर पर डीपीआईयू बैठक का मुख्य उद्देश्य यह है की खंड स्तर पर सभी खंड शिक्षा अधिकारी व खंड संसाधन संयोजक यह सुनिश्चित करें कि उनके खंड के सभी विद्यालयों मे निपुण हरियाणा मिशन के तहत सही ढंग से कार्य किया जा रहा है व शिक्षक विद्यालयों मे निपुण मिशन अभियान मे रुचि लें।
जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निपुण मिशन के तहत बिना किसी दिखावा के धरातल पर सही कार्य करने का संदेश दिया। जिला समन्वयक एफएलएन राजेश वशिष्ठ ने जिले में चल रही गत मास की गतिविधियों के बारे मे चर्चा करते हुए इस मास के क्रियाकलापों की विस्तृत जानकारी दी तथा साथ ही अगले महीने करवाए जाने वाली गतिविधियों पर चर्चा की व साथ ही सभी को अवगत करवाया की अबकी बार विभाग से 80 प्रतिशत बच्चों को निपुण बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसलिए सभी अधिकारी अपने खंड के सभी बच्चों की स्कूल वाइज पहचान करें कि अभी तक कितने बच्चे स्कूल अनुसार, कक्षा अनुसार निपुण होने का लक्ष्य पूरा कर चुके हैं।
बैठक में मुख्य एजेंडा मासिक विजिट ब्योरा-बीईओ, बीआरसी, कलस्टर हेड, एबीआरसी, बीआरपी की शत प्रतिशत विजिट करना, स्टूडेंट लर्निंग आउटकम, दीक्षा एप के ऑनलाइन कोर्स-जिन शिक्षकों ने कोर्स नहीं किए उनकी पहचान करना, निपुण हरियाणा मिशन के सोसल मीडिया चैनल से सभी शिक्षकों को जोडऩा, साप्ताहिक कार्य योजना अनुसार शिक्षण कार्य करवाना, सीपीआईयू बैठक व बीपीआईयू बैठक का विभागीय नियमानुसार आयोजन करना व उसका रिकॉर्ड रखना, शिक्षक डायरी का नियमित लेखन करना, कक्षा कक्ष को प्रिंट रिच बनाना, जिले के 55 प्राथमिक विद्यालयों का थर्ड पार्टी एसएसमेंट कार्य का पूरा ब्योरा रहा।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा