गोलाघाट (असम), 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान कल से (1 अक्टूबर) देश-विदेश के पर्यटकों के लिए खुल जाएगा। पर्यटकों के लिए जीप, हाथी आदि की सफारी तैयार की गई है।
वर्ष 2024-25 के पर्यटन सीजन में देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में तैयारियां की जा रही हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के प्रवेश द्वार तथा इसके आसपास के क्षेत्र को सजाया गया है।
वन और पर्यावरण मंत्री चंद्र मोहन पटवारी आगामी पर्यटन वर्ष के लिए 1 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को औपचारिक रूप से फिर से खोलेंगे। उल्लेखनीय है कि बाढ़ के कारण 31 मई को इसे पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था।
काजीरंगा नेशनल पार्क एंड टाइगर रिजर्व की फील्ड डायरेक्टर सोनाली घोष ने बताया कि इस बार नेशनल पार्क अथॉरिटी ने कोहरा वनांचल की जगह बागड़ी वनांचल के प्रवेश द्वार को पर्यटकों के लिए औपचारिक रूप से खोलने की व्यवस्था की है।
वहीं, पर्यटन उद्योग से जुड़े उद्यमियों ने भी इसके लिए तैयारियां पूरी की है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के आसपास हस्तशिल्प का एक बड़ा पर्यटन उद्योग स्थापित हो चुका है। काजीरंगा में कई परिवार लकड़ी के गैंडे, हाथियों आदि की बिक्री करके आत्मनिर्भर हो गए हैं। काजीरंगा के जीवों को कलाकार अपने हाथों से जीवंत बना देते हैं।
जीप सफारी, हाथी सफारी, पर्यटक आवास के साथ ही काजीरंगा में कुटीर उद्योग भी लोगों के लिए आजीविका का साधन बन गया है। जिसके माध्यम से कई बेरोजगार युवाओं ने आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त किया है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के विभिन्न जीवों की प्रतिकृति काजीरंगा आनेवाले पर्यटकों द्वारा प्रतीक के रूप में ले जाने के लिए उपलब्ध किया गया है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश