Uttar Pradesh

ई-केवाईसी में अयोध्या मंडल ने बनाई खास पहचान

ई-केवाईसी

– पहले नंबर पर है जिला गोरखपुर, दूसरे नंबर पर अयोध्या मंडल का अंबेडकर नगर जिला

– राम नगरी में 12 लाख से अधिक यूनिट्स की हो चुकी है ई-केवाईसी, आंकड़ा पहुंचा 65 प्रतिशत

अयोध्या, 29 सितंबर (Udaipur Kiran) । अयोध्या मंडल ने ई-केवाईसी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के शीर्ष 10 जिलों में अपनी जगह बना ली है। प्रशासनिक व्यवस्था और विकास कार्यों के चलते अयोध्या मंडल तेजी से प्रगति कर रहा है। जिला आपूर्ति विभाग से सामने आए आंकड़ों के अनुसार, अयोध्या ने प्रदेश के 75 जिलों में 9वां स्थान हासिल किया है, जबकि गोरखपुर पहले और अयोध्या मंडल का अम्बेडकर नगर दूसरे स्थान पर काबिज है।

राशन कार्ड ई-केवाईसी का महत्व

राशन कार्ड ई-केवाईसी के माध्यम से न केवल कार्ड अपडेट हो जाता है, बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को राशन कार्ड में जोड़ा जा सकता है। यह प्रक्रिया सरकार को कार्ड धारकों की संपूर्ण जानकारी प्रदान करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि राशन का लाभ केवल वास्तविक लाभार्थी को ही मिले। इससे बिचौलियों के हस्तक्षेप पर भी अंकुश लगता है और राशन कार्ड धारकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सकता है।

65 प्रतिशत यूनिटों की ई-केवाईसी पूरी

अयोध्या जिले में 990 सरकारी गल्ला दुकानें हैं, जिनमें 18.85 लाख यूनिट के सापेक्ष 12.29 लाख यूनिटों की ई-केवाईसी पहले ही हो चुकी है, जो कि कुल 65.21 प्रतिशत है। गोरखपुर में यह आंकड़ा 67.81 प्रतिशत और अम्बेडकरनगर में 66.85 प्रतिशत है, जबकि लखनऊ इस सूची में 63.34 प्रतिशत ई-केवाईसी के साथ 19वें स्थान पर है।

सरकार की ओर से ई-केवाईसी की अंतिम तिथि

योगी सरकार ने ई-केवाईसी की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तय की है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राशन कार्ड धारक समय पर अपनी ई-केवाईसी पूरी कर लें, ताकि उन्हें भविष्य में राशन प्राप्त करने में किसी भी तरह की परेशानी न हो।

विभागीय निर्देश

जिला आपूर्ति अधिकारी, अयोध्या, बृजेश मिश्र ने कहा कि विभाग की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द ई-केवाईसी का कार्य पूरा किया जाए, ताकि राशन कार्ड धारकों को भविष्य में किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।

(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय

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