Uttar Pradesh

बच्चों के विकास के लिये ऋतु के अनुसार भोजन देना है आवश्यक : डा. वंदना पाठक

बच्चों के विकास के लिये ऋतु के अनुसार भोजन देना है आवश्यक: डा. वंदना पाठक

– शरद ऋतु में आहार विहार का रखें विशेष ध्यान

– शहर में तीन स्थानों पर 110 से ज्यादा बच्चों का हुआ स्वर्ण प्राशन

कानपुर, 29 सितम्बर (Udaipur Kiran) । छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज के अंतर्गत संचालित स्वास्थ्य केन्द्र, राजकीय बाल गृह कानपुर और आरोग्य क्लीनिक लाल बंगला, तीनों स्थानों पर 110 से ज्यादा बच्चों का निःशुल्क स्वर्ण प्राशन कराया गया। वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डा. वंदना पाठक ने कहा कि शरद ऋतु में आहार विहार का विशेष ध्यान देना चाहिय। इसके साथ ही बच्चों के विकास के लिए ऋतु के अनुसार भोजन देना आवश्यक है।

सीएसजेएमयू स्वास्थ्य केंद्र पर वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डा. वंदना पाठक, डा० निरंकार गोयल, स्कूल के निदेशक डॉ दिग्विजय शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन व भगवान धन्वंतरि के पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डा. वंदना पाठक ने कहा कि शरद ऋतु के अनुसार आहार-विहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस ऋतु में स्वास्थ्य उत्तम रखने के लिए त्यौहार भी आते हैं। उन्होंने स्वर्णप्राशन संस्कार के बारे में बताते हुए कहा कि आयुर्वेद की यह विधा बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी कारगर है।

डॉ वंदना पाठक ने कहा कि बच्चों को मौसम के अनुसार फल और सब्जियों के सेवन के साथ-साथ स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शरद ऋतु में अम्ल लवण, कटु रस नहीं लेने चाहिए इस ऋतु में हमको मधुर द्रव्य जैसे शहद, शक्कर, मिश्री, दूध,केला नारियल, अखरोट, फालसा आदि का सेवन करना चाहिए। साथ ही मेवा में मुनक्का, किशमिश अंजीर और खजूर का प्रयोग करना चाहिए। वहीं फलों की बात करें तो कच्चा हरा नारियल, मौसमी, ताजा अंजीर, पके हुए केले का सेवन करना चाहिए। इस अवसर पर कार्यक्रम में संस्थान के सह निदेशक डा. मुनीश रस्तोगी, हरीश चन्द्र शर्मा, आकांक्षा बाजपेई, संतोष कुमार यादव, संदीप गुप्ता एवं बच्चों के अभिवावक भी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / अजय सिंह

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