जम्मू, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और दूरदराज के इलाकों तक पहुंच बढ़ाने के निरंतर प्रयास में भारतीय सेना ने डोडा जिले के दूरदराज के भागवाह इलाके में स्थित लाल दरमन के हरे-भरे घास के मैदानों में घुड़दौड़ का आयोजन किया। इसके साथ ही स्थानीय लोगों की मदद के लिए चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। गौरतलब है कि गर्मियों के आते ही उधमपुर, रियासी, अनंतनाग, जम्मू, राजौरी और आसपास के क्षेत्रों से हज़ारों गुज्जर और बकरवाल इन हरे-भरे चरागाहों की ओर पलायन कर जाते हैं। 2012 से भारतीय सेना खानाबदोश आबादी की ज़रूरतों को पूरा करने और उन्हें मुख्यधारा के समाज में ज़्यादा प्रभावी ढंग से एकीकृत करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है।
इस कार्यक्रम के लिए एक हफ़्ते की तैयारी की ज़रूरत थी जिसमें डोडा जिले भर से 280 से ज़्यादा स्थानीय लोग शामिल हुए। लोकप्रिय घुड़दौड़ के साथ-साथ, सेना ने एक चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर भी लगाया जिसमें मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएँ दी गईं। कुल 126 वयस्कों और 21 बच्चों को चिकित्सा देखभाल और मुफ्त दवाइयाँ मिलीं, जबकि 63 भेड़, 174 मवेशी और 4 कुत्तों सहित 241 जानवरों की जाँच की गई और उन्हें पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई।
22 सवारों ने अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए घुड़दौड़ का आयोजन किया, जो इस आयोजन का मुख्य आकर्षण था। प्रवासी आबादी को प्रेरित करने के लिए भारतीय सेना के अधिकारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया, जबकि नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनकी शिकायतों का समाधान किया। गुज्जरों और बकरवालों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में सेना के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया गया। इस आयोजन ने न केवल क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया बल्कि स्थानीय युवाओं में खेल भावना को भी बढ़ावा दिया जिससे सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूती मिली।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा