शिमला, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य की सुक्खू सरकार पूर्व सरकार के कामों को एक-एक कर बंद कर रही है। सत्ता में आते ही सुक्खू सरकार ने अपना इरादा साफ़ कर दिया था कि वह सिर्फ़ विनाश के काम करेगी विकास के नहीं। सरकार अब थुनाग उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज को भी बंद कर रही है। पूर्व सरकार ने कॉलेज निर्माण के लिए दी गई 10 करोड़ रुपये की धनराशि भी वापस मंगवा ली है। इस कॉलेज से तीन-तीन सत्र पूरे हाे चुके हैं। ऐसे में कॉलेज को बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है
भाजपा नेता जयराम ने शनिवार काे एक बयान जारी कर कहा कि पिछली सरकार के संस्थानों को जारी किए गए राशि को वापस मंगवा कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ‘सुक्खू’ अपनी सरकार चलाना चाहते हैं। आज तक सरकारें नए संस्थान खोलती है, पहले से चले संस्थाओं को सुदृढ़ करती हैं। उन्हें बजट देकर उनके संसाधन और अधोसंरचना में बढ़ोतरी करती हैं, लेकिन प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जो चल रहे संस्थानों के अधोसंरचना के विकास को दिए गए पैसे वापस मांगती है। एक चुनी हुई सरकार के इस तरह के जनविरोधी कार्य शर्मनाक हैं। यह सरकार इतिहास में स्कूल-अस्पताल-कॉलेज बंद करने के लिए जानी जाएगी। विकास के काम रोकने और शिक्षा व्यवस्था बर्बाद करने के लिए जानी जाएगी। सरकार अपने जनविरोधी कार्यों से बाज आए और उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज को और आगे बढ़ाने की दिशा में काम करे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इसी विधानसभा सत्र के दौरान 30 अगस्त को मेरे द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्यमंत्री सुक्खू ने सदन में कहा था कि सरकार थुनाग के उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज को बंद नहीं कर रही है। उसे पूरी मजबूती के साथ चलाएगी। उसका हर संभव विकास करेगी, लेकिन सदन में वादा करने के बाद भी सरकार अपने वादे से मुकर गई है। 24 सितंबर को जारी पत्र में सुक्खू सरकार ने कॉलेज के विकास के लिए हमारी सरकार के द्वारा दिए गए दस करोड़ रुपये वापस मांगकर अपने इरादे साफ़ कर दिए। सत्ता में आने के साथ ही तालाबंदी की मुहिम पर काम कर रही सुक्खू का यह कदम शर्मनाक है। इस तरह के भाजपा सरकार के समय के कामों को टारगेट करना भाजपा सहन नहीं करेगी सरकार प्रतिशोध की राजनीति से बाज़ आए और प्रदेश हित में खोले गए संस्थानों के साथ द्वेषपूर्ण कार्य न करे।
नेता प्रतिपक्ष ने हमीरपुर में देवभूमि संघर्ष समिति के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे। उन्हाेंने वीरेंद्र परमार के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मृतात्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने के लिए प्रार्थना की।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला