– रक्षा सचिव ने केन्याई नौसेना बेस मटोंगवे में रेडियोलॉजी कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखी
नई दिल्ली, 27 सितम्बर (Udaipur Kiran) । केन्या की यात्रा पर गए रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने केन्या के रक्षा मंत्रालय के प्रमुख सचिव के साथ द्विपक्षीय सार्थक बातचीत की। विशेष प्रशिक्षण, समुद्री सूचना साझाकरण, सैन्य चिकित्सा और रक्षा उद्योग सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत करने पर व्यापक चर्चा हुई। दोनों देश हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने में सहयोग करने पर सहमत हुए।
रक्षा सचिव ने केन्याई रक्षा मंत्रालय के प्रमुख सचिव डॉ. पैट्रिक मारिरू के निमंत्रण पर 26-27 सितंबर तक की आधिकारिक यात्रा पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। प्रतिनिधिमंडल में रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। यात्रा के पहले दिन रक्षा सचिव के साथ हुई बैठक में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय समुद्री सहयोग का मार्गदर्शन करने के लिए संयुक्त विजन स्टेटमेंट, बहारी को भी याद किया। विजन स्टेटमेंट दिसंबर, 2023 में राष्ट्रपति विलियम रुटो की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान जारी किया गया था।
रक्षा सचिव ने केन्या के रक्षा मंत्रालय की कैबिनेट सचिव (रक्षा मंत्री) सुश्री रोसेलिंडा सोइपन तुया से भी मुलाकात की। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की शुभकामनाएं दीं और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। कैबिनेट सचिव ने भी रक्षा मंत्री को अपनी शुभकामनाएं दीं और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग पर भी चर्चा की।
यात्रा के दूसरे दिन 27 सितंबर को रक्षा सचिव ने मोम्बासा में केन्याई नौसैनिक अड्डे मटोंगवे का दौरा किया। उनके साथ प्रमुख सचिव डॉ. मारिरू भी थे। उन्होंने संयुक्त रूप से द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी के तहत निर्मित और सुसज्जित एक नए रेडियोलॉजी कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखी। अपने संबोधन में रक्षा सचिव ने भारत और केन्या के बीच लंबे समय से चले आ रहे मैत्रीपूर्ण, घनिष्ठ और मजबूत संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने व्यापार, प्रवास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में निहित सदियों पुराने समृद्ध ऐतिहासिक संबंधों पर भी जोर दिया।
रक्षा सचिव का स्वागत मोम्बासा के मटोंगवे नौसैनिक अड्डे पर केन्या नौसेना के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जॉन संकाले किस्वा ने किया। यह यात्रा भारत और केन्या के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान के अनुरूप थी तथा इससे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और मजबूत होने की उम्मीद है।————————————————-
(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम