भोपाल, 27 सितंबर (Udaipur Kiran) । सहकारिता एवं खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को मेट्रो, रेलवे एवं लोक निर्माण सेतू विभाग के अधिकारियों की बैठक कर उनमें समन्वय करते हुए नरेला विधानसभा अंतर्गत ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य में आ रही अडचनों को दूर किया। उन्होंने बैठक में रेल्वे क्रॉसिंग क्रमांक 250 ऐशबाग स्टेडियम के पास बन रहे मेट्रो रूट एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाये जा रहे आरओबी के अलाइनमेंट को आपसी समन्वय एवं रेल्वे ओवरब्रिज पर रेलवे के सहयोग से स्लेब की चौड़ाई को मेट्रो रूट की ओर से कम कर रेल्वे ट्रैक की ओर बढ़ाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी रेल्वे विभाग से समन्वय स्थापित कर रेल्वे द्वारा रेल्वे पोर्शन में बनाए जा रहे स्लैब की डिजाइन को यातायात की आवश्यकतानुसार रेल्वे के जबलपुर स्थित वरिष्ठ अधिकारियों से निश्चित समयावधि में स्वीकृत कराएं। मेट्रो के अधिकारी रेल्वे और लोक निर्माण विभाग इस संयुक्त प्रस्तावित ड्रांइग पर सहमत हैं। बैठक में रेल्वे विभाग से सीपीएम मीणा, मेट्रो से हरिओम शर्मा और ब्रिज डिवीजन भोपाल से रविशुक्ला एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
नहीं बदलना पड़ेगा मेट्रो का अलाइनमेंट, ना बढ़ेगी लागत
बरखेड़ी फाटक के पास पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाये जा रहे ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज के पास से मेट्रो रूट का लगभग 1 मीटर हिस्सा आ रहा था। मंत्री सारंग ने पीडब्ल्यूडी, मेट्रो एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर स्लैब के नवीन डिजाइन पर चर्चा की। स्लैब की नई डिजाइन में आरओबी के अलाइमेंट की चौड़ाई को मेट्रो रूट से लगभग 1 मीटर कम कर रेलवे ट्रेक की ओर से बढ़ाया जायेगा। इससे लागत में भी वृद्धि नहीं होगी और निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण हो जायेगा। उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा अभी तक स्लैब कास्टिंग का कार्य नहीं किया गया है। जिससे आसानी से आरओबी को रेलवे ट्रेक की ओर शिफ्ट किया जा सकता है। जिसमें शासन को अतिरिक्त व्यय नहीं करना होगा।
रेलवे ओवरब्रिज का कार्य तीव्रता से जारी
रेल्वे ओवरब्रिज ऐशबाग का कार्य तीव्रता के साथ जारी है। जिसमें वर्तमान में अभी तक 22 नग फाउंडेशन एवं पीयर, 18 नग स्लेब का कार्य पूर्ण किया जा चुका है और अब मात्र 05 नग स्लेब और दोनों ओर के रेम्प का कार्य शेष है। रेल्वे ओबरब्रिज की लंबाई 648 मीटर और चौड़ाई 8.4 मीटर है। यह कार्य दिनांक 21 मार्च 2023 को प्रारंभ किया गया और वर्षाकाल सहित 18 माह की समय सीमा में इसे पूर्ण किया जाना है।
ट्रेफिक का दबाव होगा कम
ओवरब्रिज के निर्माण से ऐशबाग क्षेत्र के लोगों को न तो फाटक पर इंतजार करना पड़ेगा और न ही लंबा चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी। इस आरओबी के बन जाने से प्रतिदिन लगभग 3 लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी।
(Udaipur Kiran) तोमर