आरएस पुरा, 27 सितंबर (Udaipur Kiran) । सीमावर्ती गांव सतराइयां में पीर बाबा मोंगा नाथ की याद में वार्षिक मेला व दंगल का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह चिब मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे जिन्होंने देवस्थान पर माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद दंगल की शुरुआत करवाई।
इसके अलावा दंगल कमेटी के सदस्यों ने भी इस विशाल कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना भरपूर योगदान दिया। जम्मू कश्मीर के प्रसिद्ध सतराइयां दंगल में पहला मुकाबला दिल्ली के मोनू पहलवान तथा पंजाब के दविंदर कोहली पहलवान के बीच हुआ जिसमें दिल्ली के मोनू पहलवान ने जीत हासिल की जबकि दंगल का दूसरा मुकाबला पंजाब के रवि बेरा तथा दिल्ली के जोंटी गुर्जर के बीच हुआ जिसमें जोंटी गुर्जर ने जीत हासिल की। दंगल का तीसरा मुकाबला दिल्ली के विक्रांत पहलवान तथा पंजाब के छोटा सद्दाम के बीच हुआ जिसमें छोटा सद्दाम ने जीत हासिल की।
इसके अलावा दंगल में काफी मुकाबले देखने को मिले जिसमें जम्मू कश्मीर के साथ-साथ पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली सहित अन्य राज्यों से आए हुए नामी एवं दिग्गज पहलवानों ने हिस्सा लेकर अपने-अपने जौहर दिखाए। इस मौके पर दंगल कमेटी के सदस्यों ने विजेता तथा उपविजेता रहे पहलवानों को इनाम राशि एवं माली देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह चिब ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हर वर्ष गांव सतराइयां में पीर बाबा मोंगा नाथ की याद में वार्षिक मेला व दंगल का आयोजन किया जाता है जिसमें दूर-दूर से लोग हिस्सा लेते हैं।
उन्होंने बताया कि यह परंपरा पिछले लंबे समय से चलती आ रही है और आने वाली पीढ़ी भी इस परंपरा को लगातार जारी रखेगी। इस मौके पर कमेटी के प्रवीण सिंह, कुलदीप सिंह कपा, रोशन सिंह, नरेंद्र सिंह, मंटू सिंह, बलविंदर सिंह, परमजीत सिंह तथा विशंभर सिंह आदि ने बताया कि गांव सतराइयां में पीर बाबा मोंगा नाथ की याद में वार्षिक मेला व दंगल का आयोजन हर वर्ष दंगल कमेटी की तरफ से करवाया जाता है। इसमें जम्मू कश्मीर के साथ-साथ बाहरी राज्यों से भी नामी पहलवान हिस्सा लेते हैं। उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में दंगल का महत्व इसलिए भी है क्योंकि युवा पीढ़ी को नशा जैसी बुरी आदतों से दूर रखना है। इस अवसर पर डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के उम्मीदवार मास्टर अजैब सिंह मोटन तथा भाजपा उम्मीदवार प्रोफेसर गारू राम भगत ने भी देवस्थान पर पहुंचकर माथा टेका और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह