-अंतिम संस्कार शनिवार को रसूलाबाद घाट पर सुबह 10 बजे
प्रयागराज, 27 सितम्बर (Udaipur Kiran) । यमुनापार मेंजा विधानसभा से पूर्व विधायक रहीं नीलम करवरिया का हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन पर यमुनापार सहित प्रयागराज व उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं सहित आम जनमानस में शोक की लहर व्याप्त है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को रसूलाबाद घाट पर होगा। भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद प्रजापति ने कहा कि उनकी कमी सदैव खलेगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद प्रजापति ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा आज हमने अपने ऐसे मार्गदर्शक संरक्षण नेता को खो दिया, जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता, सदैव कमी खलेगी। यह पार्टी की और हम सब की अपूरणीय क्षति है। साथ ही परिजनों समर्थकों को इस अटूट दुःख को सहने की शक्ति संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना किया। काशी क्षेत्र के महामंत्री व जिला प्रभारी सुशील कुमार त्रिपाठी ने भी दुःख व्यक्त करते हुए कहा आज प्रयागराज ने जनप्रिय नेता खो दिया है। पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने कहा ऐसा लोकप्रिय नेता और सहीं मार्ग दिखाने और सहयोग करने वाला अभिभावक को मैंने खो दिया।
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि नीलम करवरिया की तबियत बिगड़ने के बाद आईसीयू वार्ड में भर्ती होने की खबर सोशल मीडिया पर चलीं तो समूचे यमुनापार में भाजपा कार्यकर्ताओं समर्थकों व आम जनमानस ने अपने नेता की स्वस्थ कामना हेतु दुआएं करने लगें। लेकिन कुछ घंटे बाद इलाज के दौरान मध्य रात्रि निधन होने की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था, सभी एक दूसरे से जानकारी लेकर सुबह से ही कल्याणी देवी कोठी पर समर्थकों का हुजूम उमड़ने लगा। दिलीप चतुर्वेदी ने कहा की यह करवरिया परिवार का नहीं अपितु यमुनापार के सर्वसमाज की अपूर्णीय क्षति है।
इस अवसर पर विधायक करछना पियूष रंजन निषाद, विधायक कोरांव राजमणि कोल, विधायक बारा डॉ. वाचस्पति आदि ने भी गहरा दुःख व्यक्त किया है। दुःख व्यक्त करने वाले में वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष शोभनारायण द्विवेदी, त्रिवेणी प्रसाद पांडेय, जय सिंह पटेल, संतोष त्रिपाठी, राजेश शुक्ला, पुष्पराज सिंह पटेल, प्रकाश शुक्ला प्रचंड, कमलेश त्रिपाठी, शिवराम परिहार, मनोज गुप्ता, सतीश विश्वकर्मा, मिथिलेश पांडेय, प्रदीप कुमार मिश्र, गिरीश कुमार चतुर्वेदी, जितेन्द्र शुक्ला आदि ने शोक व्यक्त किया है।
नीलम करवरिया अपने पति और उनके भाईयों को साजिशन फंसाए जानें के बाद सज़ा होने से काफ़ी दुखी रही। लेकिन समय के साथ अपने को संभालते हुए जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए समर्थकों, कार्यकर्ताओं की मांग पर मेजा विधानसभा से 2017 में कमल खिलाकर विधायक बन विकास और जन विश्वास का कीर्तिमान स्थापित किया। वहीं 2022 में अपने ही चंद लोगों व भितरघातियों द्वारा रचें षड्यंत्र का शिकार होने से बहुत ही कम मतों से हार का सामना करना पड़ा था। फिर भी अच्छे दिन के आस में नीलम करवरिया अपने पति उदयभान करवरिया के अच्छे वर्ताव के कारण समय पूर्व जेल से रिहाई होने पर स्वयं नैनी जेल पहुंचकर रिसीव किया और समर्थकों सहित बहुत खुश थीं। लेकिन इस ख़ुशी को भी किसी की मानो नज़र लग गई हो। सुख के दिन देखने से पहले मृत्युलोक से विदा होकर अपने लाखों चहेतों को रूला गईं।
-लखनपुर मेजा में भी अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
पूर्व विधायक नीलम करवरिया के लखनपुर मेजा कार्यालय पर आने की सूचना पर हजारों समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। सभी अपने चहेते नेता गार्जियन का अंतिम दर्शन कर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि देने के इंतजार में थे।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र