गोरखपुर, 27 सितंबर (Udaipur Kiran) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मठ व मठाधीशों पर टिप्पणी सनातन धर्म के मर्यादा पर प्रहार करने जैसा है। यह हर सनातनी के लिए असहनीय है। इससे सनातन धर्म की भावनाएं आहत हुई हैं। उक्त बातें महामंडलेश्वर महंत राम बालक दास ने गोरखपुर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के दौरान कही।
महामंडलेश्वर महंत राम बालक दास ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा की गई धार्मिक व्यवस्था के अन्तर्गत मठों को सनातन संस्कृति के उर्जा के रूप में स्थापित किया गया था। प्राचीन काल से ही मठ शिक्षा, गौ सेवा एवं सामाजिक सेवा के प्रमुख केन्द्र रहे हैं। सैकड़ों वर्षों की गुलामी के बाद भी सनातन संस्कृति व सनातन परंपरा को बचाए रखने में अहम् भूमिका रही है। मठ व मठाधीश शब्द हिंदू समाज के लिए अत्यंत पवित्र एवं आस्था व श्रद्धा का केंद्र रहा है।
उन्हाेंने कहा कि मठाधीश शब्द की आड़ में जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मठाधीश की तुलना माफियाओं से की गई जो करोड़ों सनातनियों का श्रद्धा का न केवल मान मर्दन किया गया बल्कि एक वर्ग विशेष की तुष्टिकरण को बढ़ावा देने का सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। शस्त्र एवं शास्त्र का प्रशिक्षण देने वाले मठों ने सदैव समाज का नेतृत्व व मार्गदर्शन किया है। मठ व गुरुकुल परम्परा से हमारे अराध्य भगवान श्रीराम व श्रीकृष्ण भी जुड़े रहे।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय