— बालिका की हालत गंभीर,लखनऊ रेफर
बहराइच, 27 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में जंगली जानवरों के आतंक का सिलसिला नहीं थम रहा है। यहां के लोग आदमखोर भेड़िये की दहशत से अभी पूरी तरह से उबर भी नहीं पाये थे कि घातक शिकारी तेंदुए ने भी दस्तक दे दी। यहां पर जंगल से सटे अलग—अलग दो गांवों में एक तेंदुए ने किसान और बालिका पर गुरुवार रात हमला किया। बालिका को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर कर दिया गया है। जबकि किसान का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक धर्मापुर रेंज के मुर्तिहा स्थित हरखापुर गांव में गुरुवार शाम ढलते समय खेत में काम कर रहे किसान मधु सूदन (35) पुत्र राम कुमार पर तेंदुए ने हमला किया। इस बीच किसान ने तेंदुए से संघर्ष किया और चीख पुकार मचाते हुए अपनी जान बचाई। शोर सुनकर खेतों से ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर दौड़े तो तेंदुआ भाग निकला। किसान मधुसूदन के दोनों हाथ तेंदुए के हमले में बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं। उसे सीएचसी लाया गया। यहां हालत गंभीर होने पर रात नौ बजे उसे मेडिकल कॉलेज बहराइच रेफर कर दिया गया।
इस हमले के बाद तेंदुए ने रात में सुजौली थाना क्षेत्र के अयोध्यापुरवा गांव निवासी सायबा (14) पुत्री वसीम खान पर घर के बाहर सोते समय हमला कर दिया। बालिका के चिल्लाने पर परिजन जाग गए और तेंदुए को देख घबरा गए। इस बीच शोर सुनकर आए लोगों ने हांका लगाया तो तेंदुआ जंगलों की ओर भाग निकला। तेंदुए के हमले में घायल बालिका को सीएचसी मोतीपुर लाया गया। हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां ईएमटी अशोक कुमार यादव ने ऑनलाइन डॉक्टर जितेंद्र कुमार की सहायता लेकर प्राथमिक उपचार दिया। देर रात हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
डीएफओ बी. शिव शंकर ने बताया कि एक तेंदुए ने अलग-अलग गांवों में हमला किया है। जिसमें बालिका समेत दो घायल हुए हैं। दोनों का उपचार जारी है। वन विभाग की टीमों को सक्रिय करते हुए तेंदुए को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
आदमखोर भेड़िये का हमला जारी
तेंदुए के जनपद में हमले के बीच आदमखोर भेड़िये ने एक बार फिर इंसानों को शिकार बनाने के लिए गांवों का रुख किया। बीती रात गुरुवार को अब पकड़ से दूर छठे खूंखार भेड़िये ने हरदी थाना क्षेत्र के गांवों में एक बार फिर हमला किया। भेड़िये ने पहले रमवापुर खुर्द गांव में ननिहाल आए आरुष (6 माह) पुत्र रमेश पर हमला किया। देर रात करीब दो बजे जब मां फूलमती दूधमुहें आरुष को दूध पीला रही थी तभी उसने बच्चे पर हमला कर दिया। भेड़िये ने बच्चे को मां की गोद से खींचा लेकिन मां भिड़ गई तो भेड़िया जंगल की ओर भागा। इस घटना से परिजन दहशत में आ गए और मासूम जख्मी हो गया। इसके बाद आदमखोर भेड़िए ने पड़ोस के ग्राम नकहा में बहन के साथ सो रही ममता (5) पुत्री तीरथ हमला कर घायल कर दिया। शोर मचाने पर भेड़िया बालिका को छोड़कर भाग निकला। दोनों ही बच्चों को सीएचसी लेकर परिजन पहुंचे और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गंभीर हालत होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि आदमखोर भेड़ियों के झुंड ने बहराइच जनपद में बीते दो माह से आतंक मचाया हुआ है। इस बीच वन विभाग की दिन-रात प्रयासों और ग्रामीणों के रतजगा की बदौलत पांच भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है। लेकिन अभी छठवां और सबसे खूंखार आदमखोर भेड़िया लंगड़ा पकड़ से दूर है। हालांकि बीते दो दिनों से वह ड्रोन से लोकेशन ट्रेस के दौरान कैमरे में कैद हुआ लेकिन वन विभाग उसे पकड़ने में नाकाम रहा। फिलहाल वन विभाग ने भेड़िये को पकड़ने के लिए कई जगहों पर पिंजरा और जाल लगाया हुआ है। तेंदुए के जनपद में आने और इंसानों पर हमले ने वन विभाग की परेशानी बढ़ा दी है।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा