अजमेर, 25 सितम्बर (Udaipur Kiran) । विकेंद्रीकरण, स्वदेशी, उद्यमिता व सहकारिता ही भारत की अर्थव्यवस्था में रोजगार का चक्र सर्वाधिक गति से घूमा सकते हैं । यह बात स्वदेशी जागरण मंच के चित्तौड़ प्रांत सह संयोजक डॉ संत कुमार ने कहीं। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय आदर्श नगर में आयाेजित एक कार्यक्रम में डॉ कुमार ने कहा कि विकेंद्रीकरण, स्वदेशी, उद्यमिता व सहकारिता ही भारत को एक वैश्विक महाशक्ति बनाने की स्थिति में ला सकते हैं । स्वदेशी स्वावलंबन अभियान के तहत उद्यमिता के लिए देश के युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत डॉ संत कुमार ने यह विचार रखें ।
उन्होंने देश में बेरोजगारी के कारण व पूर्ण रोजगार की स्थिति में भारत को लाने के लिए स्वालंबी भारत अभियान की प्रासंगिकता, प्राचीन भारत की अर्थव्यवस्था व रोजगार की स्थिति से विद्यार्थियों को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि भारत विश्व की सबसे प्राचीन व समृद्ध अर्थव्यवस्था रहा है । प्राचीन भारत पूर्ण रोजगार युक्त भारत रहा है। स्वतंत्रता के बाद भारत में अंग्रेजों की आर्थिक नीतियों के कारण ही देश में बेरोजगार की समस्या को जन्म हुआ है। 21वीं शताब्दी में आर्थिक महाशक्ति में भारत का योगदान महत्वपूर्ण रहा है । भारत की वर्तमान की सर्वोच्च आवश्यकता रोजगार की है । कोरोना महामारी ने देश में बेरोजगारी को तेजी से जन्म दिया था । बेरोजगारी के विभिन्न कारणों में सामाजिक कारण महत्वपूर्ण है ।
डॉ कुमार ने भारत में रोजगार सृजन, रोजगार प्रदान करने वाले साथ बड़े भारतीय क्षेत्र, कृषि, लघु, कुटीर, घरेलू उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका, युवा आबादी से भारत की बढ़ती जीडीपी, पूर्ण रोजगार का चतुर्थ पंक्तियां मार्ग, त्रिस्तरीय रोजगार सृजन योजना, स्वरोजगार को प्रोत्साहन, जिला रोजगार केंद्र उद्यमिता के लिए युवाओं के पांच संकल्प, देशव्यापी प्रबल जन जागरण से रोजगार का सृजन आदि विषयों पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि भारत की सबसे बड़ी पूंजी भारत की युवा शक्ति है। इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य मुन्नालाल शर्मा द्वारा बालिकाओं को स्वदेशी और लोकल वस्तुएं उपयोग में लेने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर स्वदेशी स्वावलंबन अभियान की जानकारी दिलीप कुमार चौहान प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बलवंता ने दी । विद्यालय की प्रधानाचार्य सुविधा जैन ने स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को रोजगार विषय पर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष