लखीमपुर खीरी, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय संबंध जिला चिकित्सालय मोतीपुर ओयल खीरी में एंडोस्कोपी द्वारा कान के पर्दे का बिना चीरे का ऑपरेशन किया गया। बिना चीरे का यह ऑपरेशन अपनी पद्धति का पहला ऑपरेशन है। यह ऑपरेशन ईएनटी सर्जन डॉ मनोज शर्मा ने किया। ऑपरेशन में उनके साथ सीएमएस सर्जन डॉ आरके कोली और निश्चेतक डॉ अरविंद दीक्षित ने सहयोग किया।
असिस्टेंट प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज डॉ मनोज शर्मा में बताया कि बिना चीरे के कान के पर्दे का यह ऑपरेशन एंडोस्कोपी द्वारा किया जाता है। इस ऑपरेशन को कॉस्मेटिक तरीके से किया गया। इसमें मरीज के ऊपर दिखने वाला कोई भी चीरा नहीं लगाया गया है। उन्होंने बताया कि यह एक जटिल प्रक्रिया है, जिसके तहत कान की कार्टिलेज को बाहर निकाल कर पर्दे के लिए में ब्रेन निकाल कर पर्दा रिपेयर किया जाता है। ऑपरेशन में सिर्फ कान में एनेस्थीसिया दिया जाता है, वहीं पूरा ऑपरेशन टीवी स्क्रीन पर देखकर कैमरे की मदद से किया गया। यह ऑपरेशन करीब दो घंटे तक चला। मरीज कस्बा देवकली का रहने वाला है और इसकी उम्र 20 वर्ष है। टीवी स्क्रीन पर चलते हुए ऑपरेशन को मरीज ने भी स्वयं देखा। एनेस्थीसिया लगा होने के कारण मरीज को किसी प्रकार का दर्द महसूस नहीं हो रहा था। उसके बाकी सभी अंग सही से कम कर रहे थे। मरीज अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है। ऐसे ऑपरेशन में मरीज को अधिक समय तक भार्ती रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती और 24 घंटे में ही छुट्टी कर दी जाती है। मेडिकल कॉलेज में हुए इस तरह की विधि के पहले ऑपरेशन पर प्राचार्य डॉ आर देश दीपक व सीएमएस डॉ आरके कोली ने उन्हें बधाई दी। ऑपरेशन में स्टाफ नर्स रेखा सैनी व रेशमा वर्मा भी मौजूद थी और उन्होंने पूर्ण सहयोग किया।
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(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव