वाराणसी, 25 सितम्बर (Udaipur Kiran) । सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षान्त समारोह के पूर्व संध्या पर बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच परम्परानुसार इसका पूर्वाभ्यास किया गया। पूर्वाभ्यास में अपराह्न चार बजे शैक्षणिक शिष्ट यात्रा निकाली गई। स्नातकों का उपस्थापन किया गया। कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने विद्यावारिधि उपाधि प्रमाण पत्र भी दिया। इसके पहले पूर्वाह्न 09 बजे मंत्रोंच्चार के बीच दीक्षान्त स्थल का भूमि पूजन किया गया। कुलपति ने परम्परानुसार दीक्षान्त मंडप (मुख्य भवन) का विधि-विधान से पूजन किया।
इसके बाद दीक्षान्त समारोह को सकुशल संपन्न कराने की कामना बाबा श्री काशी विश्वनाथ जी एवं माँ वाग्देवी से की गई। अपराह्न में कुलपति की अध्यक्षता में विद्या परिषद की बैठक कर मेडल एवं उपाधियों पर मुहर लगी। कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने बताया कि 26 सितम्बर गुरुवार को पूर्वाह्न दस बजे से परिसर स्थित ऐतिहासिक मुख्य भवन में कुलाधिपति एवं प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह होगा। समारोह के मुख्य अतिथि नैक के चेयरमैन प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे दीक्षान्त भाषण देंगे। विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय होंगे। कुलपति प्रो. शर्मा के अनुसार 42 वें दीक्षान्त समारोह में 13733 उपाधि एवं 56 मेडल 31 मेधावी विद्यार्थियों को दिया जाएगा। समारोह में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष स्नातकों को शपथ ग्रहण करायेंगे। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक शिष्ट यात्रा के पश्चात राष्ट्रगान, मंगलाचरण, कुलगीत, जलभरो, उपाधि वितरण होगा। समारोह में पूर्वाभ्यास में कुलसचिव राकेश कुमार, प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी, प्रो. रामपूजन पाण्डेय, प्रो .सुधाकर मिश्र, प्रो. हरिशंकर पाण्डेय, प्रो. जितेन्द्र कुमार, प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल, प्रो. शैलेश कुमार मिश्र, प्रो. अमित कुमार शुक्ल, प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्रो. विजय कुमार पाण्डेय,प्रो. महेन्द्र पाण्डेय,प्रो. राजनाथ, प्रो. विधु द्विवेदी, प्रो. राघवेन्द्र दुबे आदि ने भाग लिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी