जौनपुर, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran) । प्रेमचंद पुत्र सुंदरी प्रसाद निवासी पोखरियापुर जो जनसुनवाई कक्ष में 24 सितंबर को जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र के समक्ष उपस्थित हुए और अवगत कराया कि उनकी माता धर्मा देवी पत्नी सुंदरी प्रसाद के मृत्यु के पश्चात वरासत में उनके एकमात्र पुत्र प्रेमचन्द्र के स्थान पर त्रुटिवश ओमप्रकाश, जयप्रकाश पुत्र कुबेर दर्ज हो गया था। शिकायतकर्ता विगत 7 वर्षों से वरासत में अपना नाम दर्ज कराने के लिए प्रयास कर रहा था। जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने गम्भीरतापूर्वक प्रकरण का सन्दर्भ लेते हुए नायब तहसीलदार से प्रकरण के सन्दर्भ में पूरी जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी मंगलवार को स्वयं शिकायतकर्ता प्रेमचन्द्र के घर मौके पर पहुंचकर खुली बैठक में तस्कीद कराते हुए प्रेमचंद पुत्र सुंदरी प्रसाद का नाम दर्ज कराने हेतु तहसीलदार और लेखपाल को निर्देशित किया कि नाम दर्ज करने के साथ ही तत्काल खतौनी उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा उन्होंने ग्राम पोखरियापुर के मृतक रमाशंकर और रामदुलार की जगह उनके वारिसों के नाम दर्ज करने के साथ ही उन्हें भी खतौनी देने के निर्देश दिए तथा लेखपाल को निर्देशित किया कि जिनके यहां भी मृतक के स्थान पर उनके वारिसों का नाम दर्ज कराना है, तत्काल कराना सुनिश्चित करें।
साथ ही जिलाधिकारी ने गांव के वयोवृद्ध लोगों से मुलाकात की और गांव की कक्षा 8 की छात्रा मायनूर शेख से गणित से जुडे़ प्रश्न पूछे और प्रोत्साहित भी किया तथा मिड-डे-मील के संदर्भ में भी जानकारी ली।
इसके पूर्व जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत शिकायतों का सन्दर्भ लेते हुए 24 सितम्बर 2024 को सादिक पुत्र गेना निवासी ग्राम अजोरपुर तहसील केराकत जौनपुर के द्वारा वरासत के सम्बन्ध में दिये गये शिकायती प्रार्थना पत्र के क्रम में उपजिलाधिकारी द्वारा मृतक गेना के वारिस सादिक का नाम वरासत में दर्ज कर खतौनी में अंकित करा दिया गया है। जिसके क्रम में जिलाधिकारी ने जनसुनवाई कक्ष में एक वर्ष से लंबित इस प्रकरण में प्रार्थी सादिक को खतौनी प्रदान करते हुए मात्र 03 घंटे में ही मामले का निस्तारण कर दिया। जिस पर प्रार्थी सादिक के द्वारा मुख्यमंत्री जी और जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया गया।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव