झांसी, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । बीते रोज बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के समता हॉस्टल में हॉस्टल के सीनियर व आउटसाइडर छात्रों के द्वारा अपने जूनियर साथियों को पीटने के मामले में कुलसचिव विनय कुमार सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि यह मामला रैगिंग का नहीं था, बल्कि कक्ष वितरण को लेकर हुए भ्रम के चलते जूनियर छात्रों के साथ मारपीट का था। जैसे ही बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी जानकारी हुई तो वार्डन समेत हमारी पूरी टीम वहां जा पहुंची थी। तीन छात्रों को चिन्हित कर उन्हें हॉस्टल से बाहर कर दिया गया है। साथ ही 14 अन्य छात्रों को भी चिन्हित कर लिया गया है। टीम गठित कर जांच में उनके खिलाफ जो भी उचित कार्रवाई होगी वह की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि हॉस्टल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए एक डिप्टी वार्डन और एक असिस्टेंट वार्डन की भी नियुक्ति कर दी गई है।
गौरतलब है कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिसर स्थित समता बॉयज हॉस्टल में बीते रोज नए छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा गया था। सीनियर छात्र नए छात्रों को हॉस्टल आवष्टित होने के बाद आक्रोशित हो गए थे।
कुलसचिव ने बताया कि पहले छात्रों को आवष्टित कमरे में रहने से मना किया, लेकिन जब नए छात्र सामान लेकर पहुंच गए, तो फिर लाठियों से जमकर मारपीट की। सूचना पर पहुंचे विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे हॉस्टल में सर्च अभियान चलाया और आरोपी सीनियर छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया। देर शाम तक कुलसचिव के साथ ही अन्य अधिकारी हॉस्टल में डेरा डाले रहे थे। इस संबंध में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के एमबीए (एफएम) के प्रथम वर्ष के छात्र अनिकेत सोनी व अंशुल यादव को समता हॉस्टल का कमरा नम्बर 303 व 310 आवण्टित किया गया था। बीते रोज दिन में दोनों छात्र अपना कमरा देखने गए तो छात्री ने भगा दिया। इस पर वह कुछ दोस्तों के साथ सामान लेकर पहुंचे, तो हॉस्टल के कई छात्रों ने सभी छात्रों को घेर लाठी, सरिया, लात व घूंसों से पिटायी करनी शुरू कर दी। इस दौरान मोबाइल फोन व अन्य सामान तोड़ दिया। इसकी लिखित सूचना कुलपति मुकेश पाण्डेय को दी। कुलपति ने प्रोक्टोरियल बोर्ड व वॉर्डन को हॉस्टल पहुंचने को कहा। इसके बाद कुलसचिव विनय कुमार सिंह भी हॉस्टल पहुंचे। सुरक्षा गार्ड के साथ हॉस्टल की जांच की गयी और आरोपी छात्रों के साथ कुछ अन्य छात्रों को भी बाहर कर दिया। कुलपति ने चीफ प्रॉक्टर आरके सैनी व वॉर्डन को रात में कैम्प करने को कहा था।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया