-जोधपुर एवं पाली संभाग में 2300 करोड़ की लागत से मजबूत हो रहा आधारभूत ढांचा
जोधपुर, 24 सितम्बर (Udaipur Kiran) । पश्चिमी राजस्थान में अब चिकित्सा शिक्षा के बड़े अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में जोधपुर एवं पाली संभाग चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं को गति दी जा रही है। वर्तमान में जोधपुर एवं पाली संभाग के 10 जिलों में करीब 2300 करोड़ की लागत से 38 कार्य प्रगतिरत हैं, जिनके पूरा होने पश्चिमी राजस्थान में चिकित्सा क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी। मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को इससे बढ़ावा मिलेगा।
केंद्र एवं राज्य सरकार की सोच है कि भौगोलिक विषमताओं वाले क्षेत्रों एवं सुदूरवर्ती इलाकों में भी स्वास्थ्य का ढांचा मजबूत हो। इसे देखते हुए जैसलमेर जिले में 325 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज एवं 345 बैड के चिकित्सालय का निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह कॉलेज आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 में प्रारम्भ किये जाने के प्रयास हैं। प्रथम वर्ष में 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश का कार्य सम्पन्न होगा। इसी प्रकार बाड़मेर जिले में मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो चुका है तथा वर्तमान में 470 बैड के चिकित्सालय का निर्माण करीब 191 करोड़ की लागत से करवाया जा रहा है। दिसम्बर 2024 तक यह कार्य पूर्ण हो जायेगा।
युवाओं को मिलेंगे बेहतर अवसर
पाली जिले में भी मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो चुका है तथा वर्तमान में 402 बैड के चिकित्सालय का निर्माण करीब 180 करोड़ रुपये की लागत से करवाया जा रहा है। इसका कार्य जून, 2025 तक पूर्ण हो जाएगा। जालोर जिले में भी पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने के लिये विभागीय स्तर पर कार्य योजना का निर्धारण किया जा रहा है। इन परियोजनाओं से स्थानीय युवाओं को शिक्षा एवं रोजगार के अवसर सुलभ होंगे और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।
जोधपुर में मेडिकल यूनिवर्सिटी
प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए जोधपुर में राजकीय क्षेत्र की दूसरी मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित की जा रही है। करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की जा रही इस मारवाड मेडिकल यूनिवर्सिटी से पश्चिमी राजस्थान में चिकित्सा शिक्षा के अवसरों को विस्तार मिलेगा। विभिन्न मेडिकल कॉलेजों को संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। साथ ही प्रदेश में इससे मेडिकल वेल्यू ट्रैवल को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
बैड्स में होगी बढ़ोतरी
इसी प्रकार जोधपुर में रिजनल कैंसर सेन्टर, प्रताप नगर सैटेलाइट अस्पताल, मंडोर सैटेलाइट अस्पताल, इंस्टीट्यूट ऑफ मैटरनिटी एण्ड नियोनेटोलॉजी, डेंटल कॉलेज आदि के निर्माण कार्य चल रहे हैं। इन पर लगभग 725 करोड रुपए व्यय किए जाएंगे। ये सभी कार्य मार्च, 2025 तक पूर्ण किए जाने संभावित हैं। जोधपुर जिले के डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज से संलग्न चिकित्सालयों में लगभग 700 बैड की वृद्धि होगी। जोधपुर, बाडमेर, पाली, सिरोही जिलों में किटिकल केयर ब्लॉक के चार कार्य पूर्ण होने से 200 बैड की वृद्धि होगी।
जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल जोधपुर बल्कि आस-पास के जिलों एवं क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता बेहतर होगी। आमजन को अपने निकटतम स्थान पर सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी। साथ ही, क्षेत्र के युवाओं को चिकित्सा अध्ययन के ज्यादा अवसर मिल सकेंगे। इससे जिले के विकास को भी गति मिलेगी।
(Udaipur Kiran) / सतीश