HEADLINES

तिरुपति प्रसादम मामले में पवन कल्याण और प्रकाश राज की एक दूसरे पर टिप्पणी

पवन कल्याण और प्रकाश राज ( फाइल फोटो)

हैदराबाद, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसादम लड्डू में उपयोग किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी की बात सामने आई है। लड्डू के लिए घी में चर्बी की मिलावट को लेकर दक्षिण के दो अभिनेता पवन कल्याण और प्रकाश राज में भी जुबानी जंग हो रही है। इस मामले में आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेलुगू फिल्म स्टार पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी जिस पर प्रकाश राज ने टिप्पणी की है। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हाे गया है।

पवन कल्याण ने प्रसादम में उपयोग लड़्डू के मामले पर कहा था कि वह इससे बहुत ज्यादा आहत हैं। उन्होंने इस तरह के मामलों पर रोक लगाने के लिए देशभर के लिए ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ बनाए जाने की मांग की थी।

इस पर फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने कहा कि मामला आपके राज्य का है। आप वहां उपमुख्यमंत्री हैं। कृपया मामले की जांच कीजिए। दोषियों को ढूंढिए और कड़ी कार्रवाई कीजिए। आप इस मुद्दे को सनसनीखेज क्यों बना रहे हैं और इसे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा क्यों बनाना चाहते हैं? देश में पहले ही बहुत सामुदायिक तनाव है।

प्रकाश राज की बात पर पवन कल्याण ने कहा है कि वो ‘हिंदुत्व की पवित्रता और खाद्य पदार्थों में मिलावट’ के बारे में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे प्रकाश राज का सम्मान करते हैं। जहां तक सेकुलरिज्म का विषय है ये म्यूचुअल होना चाहिए। उन्हें नहीं समझ आता कि वे उनकी आलोचना क्यों कर रहे हैं? क्या वे सनातन धर्म पर अटैक के बारे में नहीं बोल सकते? प्रकाश को मामले से सबक लेना चाहिए। फिल्म उद्योग या किसी को भी इस मुद्दे को हल्के में नहीं लेना चाहिए। वे सनातन धर्म को लेकर बहुत गंभीर हैं।

इस पर आगे प्रकाश राज ने कहा कि उन्होंने उनका प्रेस को दिया वक्तव्य देखा है। उनकी कही बात का गलत अर्थ निकाला गया है। वे विदेश में शूटिंग कर रहे हैं। उनके सवालों का जवाब देने के लिए वापस आयेंगे। इस बीच अगर वे उनके पिछले ट्वीट को देख सकें और समझ सकें तो वे उनके आभारी रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि तिरुपति मंदिर के प्रसादम में मिलावट के बाद आंध्रप्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर भावुक टिप्पणी की थी। वे मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर इतने आहत थे कि उन्होंने 11 दिन का उपवास अर्थात ‘प्रायश्चित दीक्षा’ करने का फैसला किया है।

—————

(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी

Most Popular

To Top