धर्मशाला, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शाहपुर परिसर में सोमवार को रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के अनुप्रयोग के संबंध में कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल बतौर मुख्यअथिति के तौर पर उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कार्यशाला में ऑनलाइन मोड में रिमोट सेंसिंग के अनुप्रयोग के बारे में विचार रखे। उन्होंने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सुदूर सम्वेदन के प्रयोग और आपदा में संभावना के बारे में बताया। कुलपति ने कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष से हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिमोट सेंसिंग विषय पर सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
डॉ. मनोज कुमार, वैज्ञानिक और डॉ. राम कुमार सिंह, सीओई-एसएलएम, आईएनएफआरई, देहरादून पांच दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षक के रूप में आए हैं। इससे पूर्व कार्यशाला की शुरुआत विभागाध्यक्ष प्रो. दीपक पंत के संक्षिप्त स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की और हमें इस कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान को अपने करियर में लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद रिमोट सेंसिंग के मूल सिद्धांतों पर कार्यशाला के अध्यक्ष ए.के.महाजन और डॉ आलोक कुमार पाण्डेय द्वारा व्याख्यान दिया गया, जिसके बाद डॉ. राम कुमार सिंह ने व्याख्यान दिया। दोपहर बाद डॉ. राम कुमार, डॉ. मनोज कुमार और डॉ आलोक पाण्डेय द्वारा जीआईएस डेटा और रिमोट सेंसिंग डेटा प्रोसेसिंग के लिए व्यावहारिक अभ्यास पर व्याख्यान दिया।
इस मौके पर प्रोफेसर दीपक पंत (एचओडी) (पर्यावरण विज्ञान विभाग), प्रोफेसर ए.के. महाजन (कार्यशाला के अध्यक्ष), डॉ दिलबाग सिंह और डॉ आलोक कुमार पाण्डेय सहित अन्य शिक्षक वर्ग मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया