धर्मशाला, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) ।केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि जल्द ही केंद्रीय विश्वविद्यालय 10 गांव को गोद लेगा जिसमें प्रत्येक गांव से 10 युवाओं को पर्यटन के साथ जोड़ने के लिए जागरूक किया जाएगा। इन युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से संबंधित प्रशिक्षण केंद्रीय विश्वविद्यालय देगा और इसके लिए तीन से छह माह की अवधि में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जाएगा। जिसका पूरा क्रियान्वयन केंद्रीय विश्वविद्यालय का पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबंधन स्कूल करेगा। लगभग तीन महीने में 100 युवाओं को स्वरोजगार और रोजगार दिया जाएगा। कुलपति ने यह बात सोमवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय के पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबधन स्कूल के पर्यटन सप्ताह के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्यातिथि कही। इससे पहले स्कूल के छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों ने मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस मौके पर कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने अपने उद्बोधन में कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय का पर्यटन यात्रा एवं प्रबंधन स्कूल पर्यटन सप्ताह का आयोजन कर रहा है जिसमें विभिन्न प्रकार की गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। गत दिन केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के पर्यटन विभाग के विद्यार्थी गरली प्रागपुर पंचायत के विभिन्न गांव में गए और वहां की ग्राम पंचायत के साथ मिलकर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार के दौरान पर्यटन व रोजगार से जुड़ी जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के साथ सांझा की गई।
वहीं उद्घाटन समारोह में तिब्बत सरकार की रक्षा मंत्री ग्यारी डोलमा विशिष्ट अतिथि की भूमिका में रही। उन्होंने पर्यटन और बुद्ध सर्किट से जुड़ी तमाम जानकारियां विद्यार्थियों के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबंधन विभाग पर्यटन को लेकर अत्यधिक जागरूक विभाग है जिसमें समय-समय पर न केवल धर्मशाला अपितु पूरे प्रदेश में पर्यटन विकसित हो इस हेतु लगातार कार्य कर रहा है । उन्होंने कहा कि धर्मशाला में बुद्धिस्ट सर्किट से जुड़ी ऐसे बहुत सारी जानकारियां और स्थल उपलब्ध हैं जिनको विश्व के मानचित्र पर लाना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए पर्यटन के विद्यार्थी, शोधार्थी और शिक्षक एकजुट होकर कार्य कर सकते हैं। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के शोध के निदेशक प्रो. प्रदीप नायर और वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के अधिष्ठाता प्रो. संजीव गुप्ता रहे।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया