-बिहार का गैंग रामगढ़ में परीक्षार्थियों को दे रहा था पास होने का टिप्स, 25 लाख की थी डिमांड
रामगढ़, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार ने जेएसएससी-सीजीएल की परीक्षा संपन्न कराई। इस परीक्षा में बिहार के प्रश्न पत्र लीक कराने वाले गैंग काफी सक्रिय थे। इस बात का खुलासा रामगढ़ पुलिस ने तब किया जब गैंग का एक सदस्य पकड़ा गया। बिहार के ही कुछ लोग रामगढ़ में परीक्षार्थियों को परीक्षा पास कराने की टिप्स दे रहे थे। इसके बदले में 25 लाख रुपये की डिमांड थी।
परीक्षार्थी बनाकर रामगढ़ पहुंचा चंचल, दूसरे अभ्यर्थियों को दे रहा था टिप्स
रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने सोमवार को इस मामले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि इस गिरोह के कई सदस्यों के नाम सामने आ चुके हैं। गिरफ्तार सदस्य चंचल कुमार सिंह आरा जिले के चौरी थाना अंतर्गत बेरथ गांव का रहने वाला है। वह रामगढ़ में एक परीक्षार्थी बनकर ही आया था लेकिन यह तो उसके लिए दिखावा मात्र था। वह परीक्षार्थियों को नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम की उगाही करने आया था। उसने परीक्षार्थियों के मैट्रिक से लेकर स्नातक तक के सारे ओरिजिनल सर्टिफिकेट भी जमा कर लिए थे ताकि जब वह परीक्षा पास कर जाएं तो बिना रकम दिए उनकी नौकरी नहीं हो पाए।
हर परीक्षार्थी से लिए गए थे पांच सादे चेक
जेएसएससी की परीक्षा पास करने के लिए चंचल ने परीक्षार्थियों से पांच सादे चेक लिया था, जिसमें दोनों तरफ हस्ताक्षर किए गए थे। ऐसे परीक्षार्थियों को किस पेन से ओएमआर शीट भरना है, उन्हें कैसे प्रश्नों के उत्तर देने हैं और प्रश्न पत्र लीक नहीं होने की स्थिति में कैसे अंदर की सेटिंग से उनके ओएमआर शीट पर प्रश्नों के सही उत्तर अंकित किए जाएंगे, इसके बारे में व्हाट्सएप चैट पर पूरी जानकारी दी गई थी।
परीक्षार्थियों को यहां तक बताया गया था कि पेंटोनिक पेन से ही ओएमआर शीट भरें। साथ ही यह भी बोला गया था कि क्वेश्चन पेपर आउट नहीं हो पाया है, इसलिए अब अंदर से सेटिंग किया गया है। जिन परीक्षार्थियों का रोल नंबर सिंडिकेट में दिया गया है, उन्हें सिर्फ उतने ही प्रश्नों के उत्तर देने हैं, जितना वह सही जानते हैं। कोई भी नेगेटिव आंसर नहीं देना है। जिन प्रश्नों के उत्तर खाली रह जाएंगे, उसे सिंडिकेट के द्वारा सेटिंग से दोबारा भरवा दिया जाएगा और इसके बाद उनका रिजल्ट आउट होगा।
चंचल के मोबाइल में सभी कैंडिडेट के थे पूरे डिटेल
चंचल के पास जो मोबाइल मौजूद था उसमें कई अभ्यर्थियों के नाम और रोल नंबर थे। इसमें उज्जवल कुमार, मुकेश कुमार सिंह, बरकत अली, दीपक कुमार, युवराज पांडे, अभय तिवारी, उत्तम कुमार के नाम शामिल थे। इसके अलावा कई अन्य लोगों को पास कराने की जिम्मेदारी चंचल और उसके गिरोह के सदस्यों ने ले रखी थी। सभी परीक्षार्थियों से जुड़े हुए सारे डिटेल्स उसके मोबाइल में मौजूद थे। रामगढ़ में बस स्टैंड के पास स्टार होटल में रुककर सारी गतिविधियों पर चंचल ने नजर रखी थी। जब झारखंड सरकार ने इंटरनेट बंद किए जाने की घोषणा की तब उसने रणधीर सिंह, रिंकू और छोटू मिश्रा से इस बारे में बात की। इसके बाद मुख्य सेटर रणधीर कुमार सिंह ने दूसरा रास्ता अपनाया था।
चंचल गया जेल, गिरोह को पकड़ने के लिए बनेगी टीम
रामगढ़ पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार चंचल को सोमवार को जेल भेज दिया है लेकिन प्रश्न पत्र लीक करने वाले गैंग के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। क्योंकि, मामला दूसरे राज्य से जुड़ा हुआ है। इसलिए वरीय अधिकारियों की सहमति भी इसमें जरूरी है। जिले के आला अधिकारी अब इस गैंग के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन करेंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश