अजमेर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । अजमेर के रूपनगढ़ में रविवार काे हॉस्टल के सामने दुकान निर्माण को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया। गाड़ियों में भरकर पहुंचे बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। लोगों को गाड़ियों से कुचलने की कोशिश की गई। फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। दहशत के चलते बाजार बंद हो गए। लोगों ने बदमाशों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की और एक जेसीबी को आग लगा दी।
डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने बताया कि गोली लगने से रामसर (रूपनगढ़) निवासी शकील लंगा (25) की मौत हुई है। जबकि नारायण (32) पुत्र नानूराम घायल हुआ है। उसे किशनगढ़ से अजमेर रेफर किया गया है। घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। घटना स्थल पर फोर्स तैनात है। जैन छात्रावास के आगे पंचायत की जमीन है। यहां लंगा परिवार का कब्जा है। इस जमीन पर पिछले दिनों पंचायत ने पट्टे दिए हैं। आज यहां लंगा परिवार की ओर से दुकान का निर्माण करवाया जा रहा था। इसी दौरान सुबह बलवा राम चौधरी (बीआरसी) ग्रुप के लोग यहां पहुंचे और दोनों पक्षों में झड़प हो गई। इसके बाद बीआरसी ग्रुप के लोग यहां से चले गए। करीब आधे घंटे बाद वे कुछ अन्य लोगों को लेकर आया। कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद पत्थरबाजी और फायरिंग हो गई।
डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने बताया कि किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया हत्याकांड के आरोपी बलवा राम चौधरी के भांजे दिनेश चौधरी की गाड़ी मौके पर मिली है। हमें शक है कि फायरिंग दिनेश चौधरी और उसके साथियों ने की है।
डीआईजी ओमप्रकाश ने बताया कि मामले में एक आरोपी को डिटेन किया गया है, जो अलवर का रहने वाला है। एक बुलडोजर समेत तीन बड़े वाहनों को जब्त किया गया है। प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने घटना को लेकर कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। आम ग्रामीण-गरीब, व्यापारी अब असुरक्षा और खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं। एक केंद्रीय मंत्री, एक राज्य के कैबिनेट मंत्री एवं स्पीकर के जिले का यह हाल है तो बाकी जगह का हाल जनता सोच सकती है।
अजमेर रेंज डीआईजी ओमप्रकाश पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मामले में पुलिस ने एक युवक को डिटेन किया है और उससे पूछताछ की जा रही है। मृतक शकील मूलतः रूपनगढ़ के रामसर गांव का रहने वाला था। अभी वह रूपनगढ़ कस्बे में अपने रिश्तेदार के यहां गैस वेल्डिंग की दुकान पर काम करता था। वारदात की जगह के पास उसके रिश्तेदार की वेल्डिंग की दुकान है। शकील झगड़ा देखने के लिए वहां खड़ा था। पुलिस ने घटना स्थल पर गड्ढे में गिराई गई स्कॉर्पियो को क्रेन की सहायता से बाहर निकाला और जब्त किया। इस दौरान गाड़ी में बीआरसी ग्रुप के स्टिकर भी मिले। बदमाशों की ओर से की गई अंधाधुंध फायरिंग के बाद मौके से तीन खाली खोल भी मिले हैं। डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने बताया कि सुबह पुलिस इस क्षेत्र का दौरा करके लौटी थी। यहां निर्माण कार्य कर रहे लोगों से बातचीत की गई थी। उन्होंने किसी भी प्रकार के विरोध नहीं होने की बात कही थी। अचानक साढ़े 10 बजे बदमाश गाड़ियों में पहुंचे। इसके बाद मारपीट-तोड़फोड़ की गई।
अजमेर रेंज डीआईजी ओम प्रकाश ने बताया कि पूरे मामले में पुलिस गंभीरता से पड़ताल कर रही है। एक आरोपी को डिटेन किया गया है, जो अलवर का रहने वाला है। एक बुलडोजर समेत तीन बड़े वाहनों को जब्त किया गया है। घटना में एक युवक की मौत हुई है, साथ ही एक घायल है। आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी मौके पर मौजूद है। एडिशनल एसपी ग्रामीण दीपक कुमार ने बताया- सूचना मिली थी कि दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ है। जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे। विवाद के बीच हुई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ग्राम पंचायत ने जमीन को लेकर पट्टे दिए थे, उसको लेकर विवाद हुआ था। मौके पर उच्च अधिकारी और एफएसल टीम मौजूद है। डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने बताया कि किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया हत्याकांड के आरोपी बलवा राम चौधरी के भांजे दिनेश चौधरी की गाड़ी मौके पर मिली है। हनुमान नाम के व्यक्ति की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। हमें शक है कि फायरिंग दिनेश चौधरी और उसके साथियों ने की है। बलवा राम चौधरी अभी हत्याकांड के मामले में सजा काट रहा है। नारायण (32) को गंभीर हालत में किशनगढ़ के अस्पताल लाया गया था। जहां से अजमेर रेफर किया गया। बदमाश अपनी गाड़ियों को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान एक पक्ष के लोगों ने बोलेरो और अन्य गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की।
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(Udaipur Kiran) / रोहित