जींद, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं तो भारत की आस्था को लेकर प्रचार करते हैं, गुरू परम्परा पर टिप्पणी करते हैं। भारत को अपमानित करने का कोई भी अवसर नही चूकते हैं। आजादी के बाद 75 वर्षों में लगातार अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज को लड़ाने का काम किया। जातिगत सेनाएं खड़ी की। अगर हमें विकास करना है तो हमें इन बैरियर्स को पार करना होगा जो जातिवाद के नाम पर है। मत और सम्प्रदाय के नाम पर है। इन सबसे ऊपर उठ कर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नरवाना में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विस चुनाव होने वाला है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति के बारे में आप सब जानते हैं। हर तीसरे दिन दंगे होते थे। बेटियां सुरक्षित नही थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दंगों से उत्तर प्रदेश को मुक्ति दिला दी है। पिछले साढ़े सात साल में एक भी दंगा उत्तर प्रदेश में नही हुआ है। दंगा करने वाला जानता है कि अगर उसने दंगा किया तो उसकी सात पुश्तों की कमाई जब्त हो जाएगी। आज सबका साथ और सबका विकास के तहत कार्य किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की तरह हरियाणा की भी डबल इंजन की सरकार ने बड़े-बड़े काम किए हैं। मनोहरलाल व नायब सैनी के नेतृत्व में सरकार ने हर वर्ग का कल्याण किया है। उन्होंने कहा कि वो श्रीराम की धरती से उचाना माता की धरती पर आया हूं। राम नाम की यह महिमा है कि मैं आप सबसे मिल पा रहा हूं और अयोध्या में 500 वर्ष का इंतजार समाप्त हुआ और प्रभु श्रीराम लला के भव्य मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है और प्रभु श्रीराम वहां विराजमान हो चुके हैं। जिस राम के नाम से हमें मोह बंधन से मुक्ति मिलती है।
उसी राम के नाम से कांग्रेस को परेशानी होती थी। अगर आजादी के तत्काल बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नही हो पाया तो इसके लिए सैक्यूलर का लबादा ओढऩे वाले दल जिम्मेवार हैं। कांग्रेस लोबी जीवनभर यही काम करती रही है। दंगे करवाना तक इनका कार्य रहा है। कांग्रेस ने अपने आजादी के बाद सबसे ज्यादा लंबे समय तक देश के अंदर शासन करने के बावजूद एक भी एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि के नाम पर नही किया। किसी भी संत के नाम पर एयरपोर्ट के नाम पर नही रखा है। यह लोग केवल अपने पूर्वजों के नाम पर ही नाम रखते थे।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा