धौलपुर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर में सेना के आपरेशन रक्षक में शहीद हुए धौलपुर के लाल रामकिशोर बघेल को शनिवार नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। जिले के राजाखेडा के दूल्हे राय का घेर में शहीद के निवास पर बडी संख्या में लोगों ने शहीद रामकिशोर बघेल को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद में पूरे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, राज्य मंत्री गृह एवं प्रभारी मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म एवं अध्यक्ष राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति प्रेमसिंह बाजौर ने शहीद के घर पहुंचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा उनके परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
इस दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने कहा कि इतनी कम उम्र में परिवार का सदस्य का दुनिया से चले जाना किसी भी परिवार के लिए बहुत दुख का विषय है। लेकिन उन्होंने देश के लिए शहादत देकर परिवार के साथ ही पूरे प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि हमें अपने वीर शहीद के सर्वाच्च बलिदान पर गर्व है। राज्य सरकार एवं प्रशासन दुःख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है। जिला कलक्टर श्रीनिधि बीटी,एसपी सुमित मेहरडा, सांसद भजनलाल जाटव, राजाखेडा विधायक रोहित बौहरा, भाजपा नेता नीरजा अशोक शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येन्द्र पाराशर एवं राजाखेडा नगर पालिका चेयरमैन वीरेन्द्र जादौन ने तिरंगा लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किए और श्रद्धाजंलि दी। भारी गम और गर्व भरे माहौल में शहीद के भतीजे ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी। तिरंगा लिपटे शहीद के पार्थिव शरीर को सैनिकों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। भारत माता की जय और शहीद रामकिशोर अमर रहे के नारों के बीच दूर-दराज से आए हजारों लोगों ने अपने लाडले वीर सपूत शहीद रामकिशोर को अंतिम विदाई दी।
आपरेशन रक्षक में हुई रामकिशोर की शहादत
धौलपुर। प्रदेश के सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर वीरेन्द्र सिंह राठौड ने बताया कि सिपाही रामकिशोर बघेल सेना की 15 वीं कुमांयू रेजिमेंट में तैनात थे। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के बनी-मछेडी सेक्टर में सेना के आपरेशन रक्षक के दौरान बैटल कैजुअलटी हुई है। शहीद रामकिशोर बघेल वर्ष 2019 में सेना में भर्ती हुआ था। करीब 25 वर्षीय शहीद रामकिशोर बघेल का विवाह लगभग 10 माह पूर्व ही राजाखेडा से लगे उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती कसबे फतेहाबाद के जरारी गांव की पूजा से हुआ था। रामकिशोर की शहादत के बाद में दोनों ही परिवारों में मातम पसर गया है।
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(Udaipur Kiran) / प्रदीप