नई दिल्ली, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर छत्तीसगढ़ के नक्सली हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की। छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों के हिंसा प्रभावित 55 लोग बस्तर शांति समिति के तत्वाधान में केन्द्रीय गृह मंत्री से मिले।
अमित शाह ने नक्सली हिंसा पीड़ितों को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद की हिंसा के शिकार ये लोग अपने मानवाधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। इनकी पीड़ा देख मन अत्यंत व्यथित है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, हम इस देश से नक्सलवाद और नक्सलवाद के विचार को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे और शांति स्थापित करेंगे। नरेन्द्र मोदी सरकार बस्तर के 4 जिलों को छोड़ कर पूरे देश में नक्सलवाद को समाप्त करने में सफल रही है। इस देश से नक्सलवाद को अंतिम विदाई देने के लिए 31.03.2026 की तारीख तय की गई है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उससे पहले नक्सलवाद को समाप्त कर दिया जाएगा।
अमित शाह ने नक्सलियों से कानून के समक्ष आत्मसमर्पण कर हथियार का रास्ता छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर और कश्मीर में कई जगहों पर कई लोग हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। मुख्यधारा में शामिल होने के लिए आपका भी स्वागत है लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो हम इसके खिलाफ अभियान शुरू करेंगे और इसमें सफलता भी मिलेगी।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार