जौनपुर, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । जौनपुर में बनने व बिकने वाले दोहरा पर प्रतिबंध लगाने की मांग वर्षो से होती चली आ रही है। तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट द्वारा वर्ष 2009 में दोहरे पर प्रभावी रोक के लिए कार्यवाही की गई। दोहरे पर रोक लगाने के लिए पूर्व के जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र, अरविंद मलप्पा बंगारी, दिनेश कुमार सिंह व मनीष कुमार वर्मा द्वारा प्रभावी रोक के लिए प्रयास किया जाता रहा।
जौनपुर में दोहरा खाने से युवाओं का एक बड़ा समूह पीड़ित है। इसे देखते हुए एक बार फिर गुरुवार को युवा अधिवक्ता विकास तिवारी व अतुल सिंह की अगुवाई में युवाओं का एक समूह जो पिछले कई वर्षों से दोहरा पर प्रतिबंध लगाने की मांग किया है। उन्हाेंने जिलाधिकारी से मुलाकात कर 85 पृष्ठाें का साक्ष्य सहित ज्ञापन देकर जिलाधिकारी से उक्त खाद्य मादक पदार्थ दोहरा के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की मांग की है।
विकास तिवारी व अतुल सिंह ने सामूहिक रूप से कहा कि दोहरा का परिणाम है कि जनपद जौनपुर में काफ़ी युवा मुँह में फाइवोसिस, दांत की बीमारी, गले का कैंसर, पेट का कैंसर व मुँह के कैंसर से पीड़ित होता चला जा रहा है। हमारे बीच के यूवा साथी सौरभ शुक्ला दोहरा की लत का शिकार हो जाने के कारण दिनांक 21 मार्च 23 को स्वर्ग सिधार गये तथा धर्मेन्द्र हरिजन व अन्य कई लोगो का इलाज उपचार चल रहा है।
उन्हाेंने मांग की है कि जनपद जौनपुर में महामारी का रूप ले चुके कैंसर रोग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सर्वप्रथम दोहरा को पूर्व प्रतिबन्ध किया जाये। जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने आश्वासन दिया है कि यथाशीघ्र उक्त विषय पर विस्तृत चर्चा उपरांत प्रभावी रोक के लिए आवश्यक ठोस कदम उठाए जाएंगे तथा सामाजिक रूप से जागरूकता कार्यक्रम चलाकर युवाओं को दोहरा छोड़ने के लिए अपील की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव