फतेहपुर, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । लम्पी स्किन बीमारी के प्रकोप से पशुओं को बचाने के लिए 15 सितम्बर से टीकाकरण की शुरूआत की गयी है। गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ नवल किशोर ने बताया कि 31 अक्टूबर 2024 तक पशुपालन विभाग के पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में टीमों के साथ घर-घर जाकर टीकाकरण का कार्य किया जायेगा।
डॉ. नवल किशोर ने बताया कि लम्पी स्किन बीमारी में पशु की त्वचा में गाठें बन जाती हैं और फूट कर घाव बन जाते है। यह स्थिति पूरे शरीर में हो जाती है, पशु को बहुत तेज बुखार आता है। यह बीमारी एक संक्रमित पशु से दूसरे पशु में बहुत तेजी से फैलती है, चूंकि यह एक विषाणु जनित रोग है। इसकी चिकित्सा सिर्फ जो लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उसके आधार पर की जाती है। अतः इसका बचाव टीकाकरण ही है। संक्रमित पशुओं को स्वस्थ्य पशुओं से अलग रखते हुए बीमारी का इलाज कराया जाए।
सभी पशुपालकों से अपील करते हुए उन्होंने बताया कि सभी गौवंशों में एलएसडी टीकाकरण अवश्य करायें। जिससे इस बीमारी से पशुओं को बचाया जा सके। विशेष रूप से गाेवंश का जीवन बचाया जा सके।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार