फरीदाबाद, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । पुलिस की क्राइम ब्रांच सेक्टर 56 ने हनीट्रैप कर लोगों को फंसाकर पैसे ऐंठने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो युवतियां भी शामिल हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में सानिया (23) पत्नी सलीम, रेशमा (45) पत्नी रफीक उर्फ भीम, रहीश (48), इरफान (27) तथा फरीद (27) का नाम शामिल है। आरोपित सानिया व इरफान फरीदाबाद के गांव फतेहपुर तगा, रहीश व फरीद कुरेशीपुर तथा रेशमा धौज़ गांव की रहने वाली है। आरोपित रहीश लकड़ी का काम करता है, फरीद की मीट की दुकान है, इरफान मजदूरी करता है तथा दोनों महिलाएं हाउसवाइफ है। पुलिस के अनुसार 10-12 आरोपित मिलकर हनीट्रैप गिरोह चलाते हैं, जिनमें मुखिया सानिया, सानिया का पति सलीम, सानिया के फूफा रफीक, बुआ रेशमा, काले उर्फ मुबारक इत्यादि हैं। गिरोह में शामिल सानिया लोगों को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में उलझाकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाती है और बाद में सभी मिलकर उसे ब्लैकमेल करके पीड़ित से पैसे ऐंठ लेते हैं। उन्हाेंने बताया कि 11 सितंबर 2024 को धौज थाने में साजिश, एक्सटॉर्शन, स्नैचिंग, अपहरण इत्यादि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें आरोपिताें ने आरिफ निवासी नूंह के साथ इस प्रकार की वारदात को अंजाम दिया था। सानिया ने फरवरी 2024 में आरिफ को फोन करके अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। 23 फरवरी 2024 को सानिया ने आरिफ को बताया कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता है। इसलिए उसने आरिफ को अपनी जान बचाने के लिए बुलाया। आरिफ ने यह बात अपने दोस्त काले उर्फ मुबारिक को बताई तो वह सानिया को बचाने के लिए आरिफ के साथ चल दिया। रात नौ बजे आरिफ गाड़ी लेकर बल्लभगढ़ तेवतिया फार्म के पास पहुंचा, जहां उसे सानिया मिली और वह उसे लेकर नेकपुर गांव पहुंचे। नेकपुर गांव में पहुंचते ही सानिया ने आरिफ को बातों में फंसा लिया और उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाने लगी। योजना के अनुसार इतनी देर में ही सानिया का पति सलीम व अन्य साथी मौके पर पहुंच गए। सानिया के साथी आरिफ को धमकाने लगे कि वह सानिया के साथ गलत काम करने की कोशिश कर रहा था और उसे ब्लैकमेल करने लगे। आरोपिताें ने आरिफ से 10 लाख रुपये मांगे। आरिफ ने बेइज्जती के डर से इधर-उधर से पैसे एकत्र कर कुल 3.51 लाख रुपये उनको दे दिए।
पुलिस के अनुसार आरिफ को बाद में पता चला कि उसका दोस्त काले उर्फ मुबारिक इसी गैंग का सदस्य है और उसी ने सानिया को उसका नंबर दिया था। पीडि़त ने बताया कि सानिया और उसके साथियों ने पहले भी इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया है और इन्होंने थाना मुजेसर , एनआईटी, राजस्थान के कोर्ट काशिम तथा उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बलात्कार के मुकदमे दर्ज करा रखे हैं और मुकदमा की सुनवाई में मुकरने के लिए पैसे लेते हैं।
इन मामलाें की पुलिस पड़ताल कर रही है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर थाने में मुकदमा दर्ज करके आरोपितों की तलाश शुरू की। अपराध शाखा की टीम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपित सानिया को पाली गांव से गिरफ्तार कर लिया और उसे पुलिस रिमांड पर लेकर आरोपित इरफान तथा रहीश को भी गिरफ्तार किया। इसके बाद रेशमा तथा आरोपित फरीद को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस गिरोह के सदस्य जमशेद, इरफान तथा शमशु ने इसी प्रकार की धोखाधड़ी की एक अन्य वारदात को अंजाम दिया है जिसमें सानिया की दोस्त फरजाना शामिल है। उसे मामले में आरोपिताें ने सेक्टर 58 में ढाबा मालिक से एक लाख रुपये ऐंठे थे जिसमें पुलिस ने आरोपित फरजाना, जमशेद, इरफान तथा शमशु को गिरफ्तार करके भेज दिया था। पुलिस पूछताछ के बाद आरोपित सानिया, रेशमा, इरफान तथा रहीश को जेल भेज दिया गया है, वहीं आरोपित फरीद को पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद जेल भेजा जाएगा।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर