जौनपुर,18 सितंबर (Udaipur Kiran) । नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के ओलन्दगंज निवासी सोनू गुप्ता (35) की बीते बुधवार को गणेश पंडाल की लाइट सही करते समय करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। इससे आक्रोशित मृतक के परिजनों ने मंगलवार की रात में विसर्जन को जा रही मूर्ति को ओलंदगंज बाज़ार में रोक कर समिति के लोगों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और मूर्ति विसर्जन को जा सकी।
मृतक सोनू गुप्ता ओलंदगंज बाज़ार का निवासी था। उसकी पत्नी ख़ुशबू ने आरोप लगाया कि परमानसपुर में एक समिति द्वारा गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित की गई थी। बीते बुधवार को समिति के कुछ लोग उसके घर पहुंचे और सोनू को स्टेज सही करने के बहाने ले गये। सोनू अपने घर पर सो रहा था। समिति के लोगों ने ज़बरदस्ती उसे पंडाल के ऊपर लाइट सही करने को चढ़ा दिया। जबकि उसे लाइट का काम नहीं आता था। लाइट ठीक करते समय उसे करंट लगा और वह झटके से जमीन पर आ गिरा। आनन-फ़ानन में समिति के लोग उसे जिला अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगलवार की रात जब समिति के लोग मूर्ति का विसर्जन करने के लिए गाजे-बाजे के साथ निकले तो आक्रोशित परिजनों व आसपास के लोगों ने मूर्ति को रोक दिया और प्रदर्शन करने लगे। सूचना पर पुलिस भी पहुंची। एक घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने विसर्जन रैली में उपयोग किए जा रहे डीजे को बंद करा दिया और मूर्ति को विसर्जित करने को भेजा।
ख़ुशबू ने आरोप लगाया कि पुलिस ज़बरदस्ती समझौता करने का दबाव डाल रही है। इस संबंध में बुधवार को जानकारी लेने पर शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि परिवार ने डीजे बजाने को लेकर विरोध किया था। डीजे बंद कराकर मूर्ति को विसर्जित कराया गया। समझौते के दबाव की बात ग़लत है। पूरे मामले की जांच-पड़ताल कराई जा रही है।मृतक के चार बच्चे हैं। इसमें बड़ी बेटी काजल (15), दूसरी बेटी संध्या (10), अंशु (9) और एक दो वर्ष का नवजात है।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव