बलरामपुर /रायपुर , 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के सामरी थाना क्षेत्र के भुताही मोड़ पर स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) के कैंप में बुधवार सुबह एक जवान ने अपनी इंसास रायफल से अपने साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस घटना में दो जवानों की मौत हो गई और दो जवान गंभीर
रूप से घायल हैं। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में झारखंड की सीमा से लगे क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों को देखते हुए भूताही गांव में सीएएफ का शिविर लगा है। भुताही शिविर में सीएएफ की 11वीं बटालियन तैनात हैं। जानकारी के अनुसार बुधवार को करीब 11.30 बजे सीएएफ के जवान अजय सिदार ने अपने साथियों पर इंसास सर्विस रायफल से अंधाधुंध गोलियां चला दीं। गोलियां चलने की आवाज सुनकर भागकर मौके पर पहुंचे जवानों ने अजय सिदार को पकड़कर काबू में किया। गोली लगने से जवान रुपेश पटेल की मौके पर मौत हो गई है। वहीं संदीप पांडेय और गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए कुसमी लाया जा रहा था। रास्ते में संदीप पांडेय ने भी दम तोड़ दिया। घायल गार्ड कमांडर अंबुज शुक्ला के दोनों पैरों में गोली लगी है। घटना में गंभीर रूप से घायल अंबुज शुक्ला को कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया है।
बलरामपुर जिले के एडिशनल एसपी शैलेन्द्र पांडेय ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सामरी थाना क्षेत्र में सीएएफ की कंपनी है। वहां सीएएफ का एक जवान ने इंसास रायफल से फायरिंग की है। जिसमें एक जवान की मौके पर मौत हो गई ,जबकि घटना को देखकर शॉक लगने के चलते एक और जवान की मौत हो गई। दो जवान घायल हुए हैं। बटालियन के सिपाही राहुल बघेल को भी गोली छूते हुए निकली है, उन्हें हलकी चोटें आई है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कैंप में फायरिंग करने वाले जवान को बलरामपुर पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है।आरोपित जवान के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। जवान ने कैंप में अपने साथी जवानों पर फायरिंग क्यों की, इसकी जांच की जा रही है।
महानिरीक्षक अंकित गर्ग ने बताया कि घटना के बाद गोलीबारी करने वाले जवान सिदार से पूछताछ की जा रही है। गर्ग ने बताया कि घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर है।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा