जयपुर, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में बढ़ी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर फिर से बयानबाजी का दाैर शुरू हो गया है। ताजा बयान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया है। उन्होंने कीमतों का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना वादा याद दिलाया है। विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी ने भरतपुर की एक जनसभा में पेट्रोल-डीजल के दामों पर समीक्षा करने का वादा किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि पिछले छह महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें करीब 21 फीसदी कम हुई हैं, परन्तु पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं हुई है। ऐसा लगता है कि भारत सरकार और तेल कंपनियां मिलकर आम आदमी की जेब लूट रही हैं। अगर कच्चे तेल की कीमतों के अनुरूप पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाई जाएं तो पेट्रोल की कीमत 10 रुपये एवं डीजल की कीमत आठ रुपये प्रति लीटर तक कम हो सकती हैं।
उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए लिखा कि राजस्थान की जनता के साथ तो एक तरह से दोगुनी ठगी हुई है। विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता से वादा किया था कि राजस्थान में भाजपा सरकार बनने पर यहां पेट्रोल-डीजल के दाम हरियाणा और गुजरात के बराबर की जाएंगी परन्तु आज तक ऐसा नहीं हुआ है। राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि मोदी की यह गारंटी कब पूरी होगी?
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भरतपुर और नागौर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि, राजस्थान में पेट्रोल और डीजल बहुत महंगा है, भाजपा की सरकार बनते ही इनके दामों की समीक्षा की जाएगी। भजनलाल सरकार ने कुछ माह पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी की थी, जिसे कांग्रेस ने नाकाफी बताया था।
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(Udaipur Kiran) / रोहित