मुरादाबाद, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मुरादाबाद में चार दिन से हो रही भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। रामगंगा और गांगन नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं। बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने शनिवार को जिले की सभी 35 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया हैं। रामगंगा खतरे के निशान से सिर्फ 1.78 मीटर नीचे हैं व गांगन नदी खतरे के निशान से 2.88 मीटर नीचे बह रही है। वहीं जिले में कांठ के खादर क्षेत्र में रामगंगा का पानी शनिवार की शाम तमाम किसानों के खेतों में भर गया।
कटघर रेलवे पुल पर रामगंगा का जलस्तर 188.82 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 190.60 मीटर पर है। रामगंगा खतरे के निशान से सिर्फ 1.78 मीटर नीचे है। वहीं गांगन नदी का जलस्तर 189.40 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 192.28 मीटर है। गांगन नदी खतरे के निशान से 2.88 मीटर नीचे बह रही है। जिला प्रशासन ने बाढ़ के नजरिये से जिले के नौ गांवों को अति संवेदनशील घोषित किया है। इसके अलावा अधिकारियों को नदियों के किनारे बसे गांवों की 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी अलर्ट किया गया है।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी अनुज सिंह ने नदियों के किनारे की सड़कों और गांवों पर नजर रखने के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सत्यम मिश्रा के साथ ही सभी तहसीलों के एसडीएम को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट करने के साथ ही गंभीर स्थिति में पुलिस को भी मदद करने के निर्देश दिए हैं। लगातार बारिश के कारण शुक्रवार को रामगंगा और गांगन नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रामगंगा नदी का कटघर रेलवे पुल पर जलस्तर 188.82 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 190.60 मीटर पर है। रामगंगा खतरे के निशान से सिर्फ 1.78 मीटर नीचे है। वहीं गांगन नदी का जलस्तर 189.40 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 192.28 मीटर है। गांगन नदी खतरे के निशान से 2.88 मीटर नीचे बह रही है।
जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एक फ्लड टीम, 20 नावों, 35 बाढ़ चौकियां को अलर्ट करने के साथ ही 29 बाढ़ शरणालय में तैयारियां पूरी करा दी हैं। डीएम ने सभी टीमों को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ के नजरिये से जिले के नौ गांवों को अति संवेदनशील घोषित किया है। इनमें मूंढापांडे विकास खंड के गांव गईखेड़ा, भैयानंगला, हरपालनगर, रनियाठेर, विकनपुर, ठाकुरद्वारा विकास खंड के गांव राईभूड़, मानपुर दतराम, प्रतापपुर और डिलारी विकासखंड का गांव इलर शामिल हैं। इलर गांव में बाढ़ का पानी गोशाला की ओर बढ़ गया है।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जयसवाल