मेरठ, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि निचली पायदान पर खड़े लोगों को विकास की मुख्य धारा में लाया जाए। वह इसी दिशा में कार्य कर रहे हैं और वंचित लोग विकास की मुख्य धारा में ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनुदान लेकर काम नहीं करने वालों के खिलाफ जांच करके कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में देश की छवि खराब कर रहे हैं।
मत्स्य पालन मंत्री शनिवार को विभागीय समीक्षा करने के लिए मेरठ पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर समीक्षा की। इसके साथ ही निषाद पार्टी व भाजपा नेताओं से भी मुलाकात की। समीक्षा बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में अलग मत्स्य पालन मंत्रालय बनाया। पहले सोच थी कि मछलीपालन के लिए बड़े पोखरे, तालाब चाहिए, तब मछली पालन कर सकते हैं। इस सोच को बदलने के लिए प्रधानमंत्री लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने 33 परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के लिए दी है। इसमें कम समय में मछलीपालन कर सकते हैं। अब मछलीपालन में मुनाफा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अनुदान लेकर काम नहीं करने वालों के खिलाफ जांच करके कार्रवाई करें। प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली के पालन पर भी सख्ती से रोक लगाई जाएगी। यह मछली खाने से कैंसर जैसी बीमारी हो सकती हैं। संजय निषाद ने कहा कि मोदी सरकार मछुआरा समाज के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में पांचवें स्थान पर आ चुकी है। जबकि देश में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था दूसरे स्थान पर है।
–विदेश में देश की छवि खराब कर रहे राहुल
संजय निषाद ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की छवि को खराब कर रहे हैं। राहुल गांधी कल आतंकवादियों के साथ भी खड़े हो सकते हैं। मंगेश यादव एनकाउंटर पर उन्होंने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती है। भाजपा सरकार अपराधियों का सफाया करने में लगी हुई है। 2014 से सपा की उल्टी गिनती चल रही है। अखिलेश कितनी बार सरकार बनाने की बात कह चुके हैं लेकिन उनकी सरकार नहीं बनी है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा, मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.कुलदीप त्यागी