नई दिल्ली, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पहाड़गंज में हुई 8 करोड़ की डकैती की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपित गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने 8 करोड़ रुपये की कीमत के सोने, हीरे और चांदी के आभूषणों की लूट से जुड़े इस हाई प्रोफाइल मामले में मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी से पहले गिरोह के सात में से 6 आरोपितों गिरफ्तार कर लिया था। अगस्त 2022 में इस वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का सरगना फरार चल रहा था, जिसकी लंबे समय से तलाश की जा रही थी। अब क्राइम ब्रांच टीम ने उसको दिल्ली के पालम गांव के महावीर एनक्लेव से गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान अजीत सिंह (46) के रूप में की गई है। आरोपित को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा था।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक 31 अगस्त 2022 को पहाड़गंज इलाके में हाई प्रोफाइल डकैती का मामला सामने आया था, जिसमें इस वारदात को अंजाम देने में गिरोह के सात सदस्य शामिल थे। इस गिरोह ने 8 करोड़ से अधिक कीमत के सोने, हीरे और चांदी के आभूषणों की लूट की थी। हरियाणा के अंबाला शहर के रहने वाले सोमवीर की शिकायत पर 31 अगस्त को इस डकैती मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। जय माता दी लॉजिस्टिक्स के लिए काम करने वाले सोमवीर ने बताया था कि जब वह और उनका सहयोगी जगदीश सैनी दिल्ली में सोने और हीरे के आभूषणों की डिलीवरी करने जा रहे थे तो देशबंधु गुप्ता रोड पहाड़गंज दिल्ली के पास चार लोगों ने उन पर घात लगाकर हमला कर दिया था।
हमलावरों में से एक ने आंशिक रूप से पुलिस की वर्दी भी पहनी हुई थी। उसने आंखों में मिर्च पाउडर डाल दिया था, जिसके बाद उसको कुछ दिखायी नहीं दिया। इसके बाद उनसे जबरन दो बैग और आभूषणों से भरा कार्टन लूटकर फरार हो गए। इस लूटे गए आभूषणों में 6 किलो 27 ग्राम सोना, 106 हीरे और 2.9 किलोग्राम चांदी शामिल थी, जिसकी कीमत करीब 8 करोड़ बताई थी।
जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने डकैती में शामिल जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें नजफगढ़ के रहने वाले मनीष कुमार, नागेश कुमार, शिवम, चित्रेश बिष्ट, सचिन मेहरा और परमवीर प्रमुख रूप से शामिल थे। इन सभी लोगों के पास से चोरी किए गए आभूषण बरामद कर जब्त कर लिए गए। लेकिन इस पूरी वारदात की साजिश रचने वाला साजिशकर्ताओं में से एक आरोपित अजीत सिंह फरार हो गया था। अजीत सिंह ही इस वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का सरगना था जो अब तक पुलिस की पकड़ से बचता आ रहा था।
—————
(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी