धमतरी, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । लंबे समय से मानदेय की राह ताक रहे मनरेगा मजदूरों को अब जाकर मानदेय मिलेगा। मनरेगा योजना में काम करने के तीन माह से अधिक समय बाद अब जाकर मजदूरी का भुगतान होगा। लंबे समय से बजट का इंतजार था। सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में विभाग को शासन से 28 करोड़ रुपये का बजट मजदूरों के लिए मिला। बैंक को राशि देने के बाद अब मजदूरों के बैंक खातों में मजदूरी भुगतान जमा हो गया है।
मनरेगा योजना के तहत जिले के धमतरी, कुरुद, मगरलोड और नगरी ब्लाक के गांवों में मनरेगा के मुख्य सीजन मार्च, अप्रैल व मई माह में मनरेगा मजदूरों को अधिकाधिक रोजगार मिला। 37 हजार से अधिक मजदूरों ने नया तालाब निर्माण, गहरीकरण, आंगनबाड़ी निर्माण, नाली निर्माण, मुरूम सड़क निर्माण, पौधारोपण समेत कई कार्यों में कार्य किया। मनरेगा शाखा धमतरी से मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर में 37000 से अधिक मनरेगा मजदूरों ने करोड़ों का काम किया था, लेकिन काम करने के लंबे समय तक इन मजदूरों के लिए मजदूरी भुगतान करने शासन से बजट ही नहीं मिला था, ऐसे में मजदूरी भुगतान के लिए मजदूरों को भटकना पड़ रहा था। मनरेगा मजदूर भुगतान के लिए चक्कर लगा रहे थे। जिलेभर के मजदूरों को मनरेगा योजना के तहत करीब 28 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना था, लेकिन शासन से बजट नहीं मिलने से मजदूरों को भुगतान के लिए इंतजार करना पड़ा।
जिपं के मनरेगा योजना विभाग के एपीओ धरम सिंह ने बताया कि मनरेगा योजना में कार्य करने वाले मजदूरों को मजदूरी भुगतान के लिए शासन से 28 करोड रुपये का बजट मिल गया है। बैंक में राशि जमा करने के बाद मजदूरों के खातों में राशि जमा हो गई है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा