Uttar Pradesh

किसानों को जागरूक करने हेतु 18 सितम्बर से शुरू होगा विकासखंड स्तरीय कृषि निवेश मेला

किसानों को जागरूक करने हेतु 18 सितम्बर से शुरू होगा विकासखंड स्तरीय कृषि निवेश मेला

कानपुर, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । नवीन कृषि तकनीकी अपने एवं संतुलित खाद एवं उन्नत बीज का प्रयोग करने को लेकर जनपद में विकासखंड स्तरीय कृषि निवेश मेला 18 सितम्बर से शुरू होगा। मेले में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी किसानों को दी जाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। यह जानकारी शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी कानपुर नगर दीक्षा जैन ने दी।

उन्होंने बताया कि कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए किसानों को जागरूक करने के साथ ही नई तकनीकी का प्रयोग करने की अपील की जाएगी। इसके लिए मेलों के आयोजन के लिए उपसम्भागीय अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही जिला कृषि अधिकारी सहित कृषि विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से मेलों का आयोजन होगा।

दीक्षा जैन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024—25 के एक दिवसीय कृषि मेलों को शासन से नामित अधिकारी मेलों को सफल बनाने में अहम जिम्मेदारी दी गई है। 18 सितम्बर, 2024 को विकास खंड कल्याणपुर में वरिष्ठ प्रभारी सहायक ग्रुप बी मेला आयोजक उमेशधर द्विवेदी होंगे।

जिसका आयोजन स्थल रा० कृ० स० भं० परिसर में नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी डा० सुष्मिता, व०प्रा०सहा०ग्रुप-ए एवं जिला कृषि अधिकारी द्वारा कराया जायेगा। 19 सितम्बर को विकास खण्ड चौबेपुर में डा. उमाशंकर, प्रा०पा० ग्रुप-सी मेला आयोजक होंगे। नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी नरेन्द्र कुमार शुक्ला व०प्रा०सहा०युप-1 एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा कराया जायेगा। 20 सितम्बर को विकास खण्ड शिवराजपुर में चन्द्रशेखर, प्रा०पा० ग्रुप-सी मेला आयोजक (प्रभारी रा०बी०भं०) होंगे। इसके नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी नरेन्द्र कुमार शुक्ला व०प्रा०सहा०युप-1 एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा कराया जायेगा। 21 सितम्बर को विकास खण्ड बिल्हौर में देवेन्द्र कुमार सैनी, प्रा०सहा०ग्रुप-सी मेला आयोजक (प्रभारी रा०बी०भं०) होंगे। इसके नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी राम लखन बि०प्र०से० ग्रुप-बी एवं भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा कराया जायेगा। 23 सितम्बर को विकास खण्ड ककवन में सुमित कुमार, प्रा०सहा०ग्रुप-सी मेला आयोजक होंगे। इसके नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी राम लखन व०प्रा०सहा० ग्रुप-बी एवं भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा कराया जायेगा।

24 सितम्बर को विकासखंड बिधनू में मो० इकबाल हाशमी, व०प्रा०सहा०ग्रुप-बी मेला आयोजक (प्रभारी रा०बी०भं०) होंगे, जिसका आयोजन स्थल विकासखण्ड परिसर में होगा और इसके नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी डा. सुष्मिता, य०प्रा०सहा०ग्रुप-ए एवं जिला कृषि अधिकारी को बनाया गया है। 25 सितम्बर को विकास खण्ड पतारा में सुनील कुमार मेला आयोजक (प्रभारी रा.बी.भं.) होंगे। इसके नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी अशोक सचान एवं अपर जिला कृषि अधिकारी है। 26 सितम्बर को विकास खण्ड घाटमपुर को कृषि मेला आयोजित किया जाएगा। इसके प्रा०सहा०ग्रुप-सी मेला आयोजक विवेक सिंह होंगे। इसका आयोजन स्थल विकासखण्ड परिसर में होगा। 28 सितम्बर को विकास खण्ड सरसौल में प्रा०सहा०ग्रुप-सी मेला आयोजक सुरेशपाल सिंह होंगे। इसका आयोजन विकासखण्ड परिसर में होगा। इसके नामित नोडल अधिकारी एवं परिवेशीय अधिकारी डा. सुष्मिता एवं जिला कृषि अधिकारी होंगे।

उन्होंने बताया कि कृषि निवेश मेला में कृषि सहकारिता, एग्रो, कृषि रक्षा, पशुपालन, उद्यान, यन, पंचायती राज, वैकल्पिक ऊर्जा, सिंचाई, नलकूप तथा विद्युत विभागों के अतिरिक्त निजी कंपनियों भी स्टाल लगाए एवं अपने से सम्बन्धित सामग्री एवं उपकरणों को कृषकों को प्रदर्शनी एवं बिक्री हेतु उपलब्ध करायें। मेले में उन्नतशील बीज, कृषि यंत्र, कृषि रक्षा उपकरण आदि पर विभागीय योजना में देय अनुदान की सीमा तक निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप छूट अनुमन्य करायी जाये।

उन्होंने बताया कि कृषि निवेश मेला में कृषि निवेश मेला में जनपद के आत्मा समूह, एन.जी.ओ. तथा कृषि से सम्बन्धित अन्य कम्पनियों भी अपने उत्पादों के स्टाल लगायेंगे, कृषि निवेश मेलों में सम्बन्धित विभागों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के अन्तर्गत कृषकों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का प्रचार-प्रसार किया जायेगा, कृषि निवेश मेलों में किसानों की मौखिक एवं लिंखित शिकायतों का सम्बन्धित विभाग के प्रमुख अधिकारी यथासम्भव निराकरण करेगें। कृषि विभाग द्वारा चलायी जा रही है आत्मा योजनान्तर्गत फार्म स्कूल के अचीयर कृषको की सहभागिता सुनिश्चित की जाये, ताकि कृषि निवेश मेलों में अपने अनुभवों को अन्य कृषकों के साथ बाँट सके, कृषि निवेश मेलों प्रशिक्षण हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया जाये, फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों एवं उन्हें सड़ाने से होने वाले लाभों के विषय में तथा शासन द्वारा दिये गये दिशानिर्देर्शों की जानकारी किसानों को दी जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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