– समावेशी विकास पर हुआ विचार विमर्श
भोपाल, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीएसईडीसी) और गॉव कनेक्ट के सहयोग से डिजिटल परिवर्तन सम्मेलन (डीटीसी) का 14वां संस्करण शुक्रवार को भोपाल में संपन्न हुआ। इस दौरान विचारक, नीति निर्माता और उद्योग विशेषज्ञ एक साथ आए। कार्यक्रम से प्रौद्योगिकी और शासन का अभिसरण डिजिटल युग में सरकारी परिवर्तन, स्थिरता और समावेशी विकास को आगे ले जाने पर गंभीर मंथन हुआ।
प्रौद्योगिकी और शासन का अभिसरण थीम पर हुए इस सम्मेलन में सरकारी परिवर्तन के भविष्य पर जीवंत चर्चा हुई, जिसमें नागरिक-केंद्रित डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। मुख्य भाषण से लेकर ज्ञान-साझाकरण सत्रों तक इस कार्यक्रम ने क्रॉस-सेक्टर जुड़ाव के लिए एक सहयोगी मंच प्रदान किया। सरकारी पारदर्शिता, दक्षता और नागरिक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाने पर चर्चा केंद्रित रही। वक्ताओ की राय थी कि डिजिटल परिवर्तन रोडमैप के प्रमुख चालक के रूप में स्थिरता पर जोर दिया जाए।
सम्मेलन में हिताची वंतारा, आईबीएम, एएमडी इंडिया, सेल्सफोर्स, जाबरा, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया और टैली सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड जैसे प्रमुख संगठनों के उद्योग जगत के नेताओं ने व्यावहारिक प्रस्तुतियाँ दीं, जो भारत की डिजिटल विकास कहानी में योगदान देने की उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं। चार पैनल चर्चाओ में नागरिक-केंद्रित डिजिटल परिवर्तन, शासन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सहयोगी शासन मॉडल और सभी क्षेत्रों में एकीकृत डिजिटल परिवर्तन ढाँचों के एकीकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित थी। केस स्टडी प्रस्तुतियों में भारत भर से सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित किया गया, जो प्रौद्योगिकी के साथ शासन प्रणालियों को बदलने के लिए व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करती हैं।
मध्यप्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे ने कहा कि ‘डिजिटल परिवर्तन कॉन्क्लेव का यह संस्करण केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि डिजिटल रूप से सशक्त शासन ढाँचे को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और मध्यप्रदेश केवल डिजिटल परिवर्तन का गवाह नहीं बन रहा है। यह एक ऐसे आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है जो परंपरा को प्रौद्योगिकी, लचीलेपन को प्रगति के साथ सामंजस्य स्थापित करता है।
उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि डिजिटल परिवर्तन मध्यप्रदेश में शासन के भविष्य को कैसे आकार दे रहा है। आईलॉग मीडिया में एलायंस के सह-संस्थापक और निदेशक फहीम हक ने कहा कि ‘भोपाल न केवल परंपराओं से भरा शहर है, बल्कि तकनीकी नवाचार के लिए एक उभरता हुआ केंद्र भी है। कार्यक्रम के समापन पर डिजिटल शासन के भविष्य और भारत की निरंतर तकनीकी उन्नति के लिए इसकी क्षमता के बारे में सभी की एकजुट समझ दिखी।
(Udaipur Kiran) तोमर