– छोटी ईकाइयों की उत्पादकता बढ़ाने पर हुआ विचार
भोपाल, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों की उत्पादकता बढ़ाकर मध्यप्रदेश के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए शुक्रवार को एक दिवसीय जागरूकता दिवस के तहत भोपाल और नर्मदापुरम के विभागीय अमले के साथ यानी रेजिंग एंड एसीलेरेटिंग एमएसएमई परफारमेंस की टीम ने गंभीर विचार विमर्श किया।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत सर्वाधिक ध्यान कोविड-19 के बाद के छोटे उद्योगों की भूमिका और उनकी ग्रोथ पर चर्चा हुई तथा उत्पादकता बढ़ाने की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर विभाग के उप सचिव पंकज शर्मा और राष्ट्रीय उत्पाकता परिषद के निदेशक आशुतोष माकुम ने संपूर्ण विषय के साथ योजना की अवधारणा के महत्व के बारे में संबोधित किया।
रेम्प के नोडल अधिकारी अनिल थामले ने कार्यक्रम में रेजिंग एण्ड एसीलेरेटिंग एमएसएमई परफारमेंस के विभिन्न पहलुओं की प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का पहला उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की उत्पादकता बढ़ाना और उनके प्रदर्शन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त बनाना है। समूह आधारित विचार-विमर्श भी अधिकारियों के अलग-अलग दलों द्वारा किया गया।
(Udaipur Kiran) तोमर